झुग्गी-झोपड़ी संघर्ष समिति के बैनर तले झुग्गी के लोगों ने समाहरणालय परिसर में मंगलवार को धरना- प्रदर्शन किया गया. धरनास्थल पर आयोजित सभा की अध्यक्षता अनिरुद्ध ने की जबकि संचालन समिति के संयोजक मो. कासिम ने किया. मो. कासिम ने कहा कि झुग्गी-झोपड़ी संघर्ष समिति गांधी, लोहिया, जेपी और अंबेडकर के विचारों पर चलने वाला संगठन है. समिति पिछले 40 वर्षों से छात्र युवा संघर्ष वाहिनी, गंगा मुक्ति आंदोलन जैसे संगठनों के साथ मिलकर शांतिपूर्ण और संवैधानिक अधिकारों की लड़ाई लड़ रही है. परिधि के निदेशक उदय ने कहा कि प्रशासन ने उनके अभियान और प्रयास से झुग्गी वासियों का नाम वोटर लिस्ट में शामिल किया, राशन कार्ड उपलब्ध कराया पानी और बिजली की सुविधा दी, फिर भी बार-बार आश्वासन के बावजूद स्थायी आवास नहीं मिला पा रहा है.
धरना स्थल पर बड़ी संख्या में झुग्गी के लोग जुटे थे.मौजूदा लोगों ने कहा कि भीखनपुर गुमटी नंबर 2 से आगे धोबिया कोठी तक रेलवे का कोई काम नहीं चल रहा है, इसलिए किसी घर को उजाड़ा न जाए. ईशाकचक पासी टाेला और इस्लाम नगर में अधिकांश मुस्लिम झुग्गियों में रह रहे हैं, इन्हें अलग बसाने के लिए जमीन आवंटित की जाए. समिति ने मांग की कि झुग्गी-झोपड़ी का अद्यतन सर्वे कराकर अस्थायी होल्डिंग नंबर दिया जाए ताकि अनियमितता और दलालों से बचाव हो सके. सर्वे और सूची बनाने में स्थानीय झुग्गी वासियों को शामिल किया जाए. धरना के बाद जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में मजिस्ट्रेट राजेश कुमार को स्मार पत्र सौंपा गया.
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