डीएवी प्रबंधन समिति नयी दिल्ली की ओर से आयोजित डीएवी जोनल स्पोर्ट्स मीट प्रतियोगिता आठ व नौ अक्तूबर को डीएवी पब्लिक स्कूल सीआरआरसी, मेडिकल रोड, गया जी में किया गया. प्रतियोगिता का शुभारंभ पूरे बिहार के डीएवी स्पोर्ट्स के संयोजक रामाशीष रॉय तथा विभिन्न क्लस्टर से आये सहायक क्षेत्रीय निदेशक कमल किशोर सिन्हा, अंजलि श्रीवास्तव व विभिन्न प्राचार्य की उपस्थिति में हुआ. प्रतियोगिता का आयोजन डीएवी समूह की ओर किया गया, जिसमें पूरे जोन को चार क्लस्टर में विभाजित किया गया था. प्रतियोगिता में अंडर 14, 17 एवं 19 (बालक एवं बालिका )के तीनों वर्गों में ताइक्वांडो, हैंडबॉल, जूडो, कराटे, बॉक्सिंग, वूशु, तीरंदाजी खेल का आयोजन किया गया. प्रतियोगिता में डीएवी एनटीपीसी कहलगांव के छात्रों ने हैंडबॉल अंडर 14 बालक वर्ग ने डीएवी बखरी को 7 / 3 से और डीएवी पाटलिपुत्र पटना को 10 /0 से हरा कर पूरी शृंखला का खिताब अपने नाम किया. ताइक्वांडो में बालक एवं बालिका के अंडर 14, 17 एवं 19 के तीनों वर्गों के, विभिन्न भार समूह में स्वर्ण रजत और कांस्य पदक पर कब्जा जमाया. सभी विजयी खिलाड़ियों को क्षेत्रीय निदेशकों एवं प्राचार्य ने ट्राफी व पदक देकर सम्मानित किया. डीएवी कहलगांव के प्राचार्य शिवानंद मिश्र ने सभी खिलाड़ियों को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए हार्दिक बधाई देते हुए उनके उत्साह को बढ़ाया .उन्होंने बताया कि अगले महीने आयोजित होने वाले दिल्ली में डीएवी नेशनल स्पोर्ट्स मीट के लिए डीएवी एनटीपीसी कहलगांव से 15 खिलाड़ियों का चयन किया गया है.
श्रीमद भागवत कथा को लेकर निकाली कलश शोभायात्रा
कहलगांव हाट रोड में आयोजित श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सह लक्ष्मी नारायण महायज्ञ को लेकर शुक्रवार को गाजेबाजे के साथ भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गयी. शोभायात्रा कहलगांव राजघाट में गंगा पूजन के साथ सैकड़ों महिलाओं, कन्याओं ने कलश में गंगा जल भर कर घाट स्थित बाबा जागेश्वरनाथ मंदिर में पूजा अर्चना कर शोभायात्रा वापस कथा स्थल पहुंची. शोभायात्रा में काफी संख्या में श्रद्धालु भी चल रहे थे. शोभायात्रा की अगुआई स्वामी ज्ञानानंद सरस्वती महराज कर रहे थे. शोभायात्रा का कथा स्थल पर पहुंच समापन किया गया. यज्ञ मंडप का पूजन हुआ. श्रीकृष्ण योगमाया शक्तिपीठ विंध्याचल से आये पीठाधीश्वर स्वामी ज्ञानानंद सरस्वती महराज ने पहले दिन श्रीमद भागवत की महत्ता पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि कथा श्रवण संकल्प करने मात्र से ही मनुष्य के अंतःकरण में आकर विपरीत परिस्थितियों को अनुकूल बना देता है. श्रीकृष्ण ऐसे कृपालु हैं कि सच्चे मन से याद करने पर मदद जरूर करते हैं. उन्होंने कहा कि परमात्मा ही सबका सच्चा मित्र है. मौके पर प्रो दुर्गा शरण सिंह, मनोज दुबे, बम ठाकुर, अभय पांडेय ने कथा वाचक का स्वागत किया.
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