पहली डेडलाइन जून 2025 में ही हो चुकी है फेल, अब तक 26.71 करोड़ खर्च
भोलानाथ रेल ओवरब्रिज (आरओबी) निर्माण को लेकर विभाग ने नयी डेडलाइन तय कर दी है. अब इस परियोजना को 31 दिसंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. हालांकि, विभाग ने इस तिथि को संभावित डेडलाइन बताया है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि कार्य को हर हाल में तय समय से पहले पूरा करने की कोशिश की जा रही है. भोलानाथ आरओबी के निर्माण के लिए पहले दो साल की अवधि तय की गयी थी, जो जून 2025 में समाप्त हो गयी. निर्धारित समय सीमा में काम पूरा न हो पाने के बाद अब विभाग ने नयी तारीख तय की है. अधिकारियों का कहना है कि अगर कार्य अब तय रफ्तार से चलता रहा, तो दिसंबर 2025 तक पुल तैयार हो जायेगा.रेलवे की अनुमति मिलने के बाद तेजी से शुरू हुआ काम
पिछले दो सालों से रेलवे की अनुमति अटकी रहने के कारण काम का एक बड़ा हिस्सा रुका हुआ था. अब अनुमति मिलने के बाद भोलानाथ अंडरपास और बौंसी रेल पुल के बीच छूटे हिस्से में पाइलिंग कार्य शुरू करा दिया गया है. निर्माण एजेंसी ने कार्य की रफ्तार बढ़ाने के लिए रात में भी पाइलिंग कार्य शुरू कर दिया है.
86 करोड़ से अधिक की लागत से बन रहा 1392 मीटर लंबा आरओबीभोलानाथ आरओबी का निर्माण श्रीराम इंटरप्राइजेज नामक कार्य एजेंसी के माध्यम से कराया जा रहा है. लगभग 1392 मीटर लंबा यह पुल शहर के यातायात दबाव को कम करेगा. इस परियोजना पर लगभग 86.17 करोड़ रुपये खर्च हो रहा है.
160 मीटर में बनेगा अप्रोच राेड
भोलानाथ आरओबी के लिए अप्रोच रोड भी बनेगा. इसकी लंबाई 160 मीटर होगी. दोनों तरफ अप्रोच रोड बनेगा. बाद में जब बौंसी रेल पुल संख्या-2 का आरओबी बन जायेगा और भोलानाथ आरओबी से जोड़ने का समय आयेगा, तो दक्षिण तरफ के अप्रोच को हटा दिया जा सकता है.
जानें, अबतक हुए कार्य
फाउंडेशन : 76 %सब स्ट्रैक्चर : 65%
सुपर स्ट्रक्चर : 26 %अप्रोच रोड: 0%
अबतक खर्च: 26.71 करोड़ (लगभग)—डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

