-एजेंसी के बहाली के बाद से टैक्स दरोगा को नहीं मिल रहा स्थायी कार्य, कभी कंबल बांटने तो कभी लगाया जा रहा सर्वे कार्य में
ब्रजेश, भागलपुर
होल्डिंग टैक्स वसूली में निगम प्रशासन फेल्योर हो गया तो कमीशन पर एजेंसी रखी ली गयी. एजेंसी भी पिछले तीन साल से टारगेट पूरा करने में सफल नहीं हो रही है. निगम जितना टैक्स वसूलता था, उससे थोड़ी ही अधिक वसूली हो रही है, लेकिन निगम को एजेंसी को कमीशन भी देना पड़ रहा है. यानी घाटा नहीं है, तो ज्यादा फायदा भी नहीं हो रहा है.इस वित्तीय वर्ष में 50 करोड़ का टारगेट रखा गया था, लेकिन अप्रैल से 9 अक्टूबर तक एजेंसी ने लगभग 15 करोड़ 23 लाख की होल्डिंग टैक्स वसूली निगम प्रशासन को दी है. एजेंसी का दावा है कि तेजी लाने पर यह राशि अधिकतम 25 करोड़ तक पहुंच सकती है. इससे अभी ही स्पष्ट हो गया है कि इस वित्तीय वर्ष में भी होल्डिंग टैक्स का टारगेट पूरा होना मुश्किल है.
एजेंसी की बहाली से निगम के तहसीलदार के पास स्थायी कार्य नहीं
एजेंसी की बहाली से निगम के तहसीलदार के बाद वर्तमान समय में कोई स्थायी कार्य नहीं रह गया है. जबकि, ये तहसीलदार एक समय में टैक्स कलेक्शन करते थे. अभी उन्हें कभी सर्वे कार्य में लगा दे रहा है, तो कभी उनके माध्यम से कंबल का बंटवारा किया जाता है.
तेजी लाने की पहल शुरूआज मानिकपुर में तीन वार्डों के लिए लगेगा टैक्स कलेक्शन शिविर
टैक्स कलेक्शन में तेजी लाने की पहल की जा रही है और इसकी शुरूआत भी कर दी गयी है. शुक्रवार से शिविर लगाया जायेगा. मानिकपुर में वार्ड 49, 50 व 51 के लिए शिविर लगेगा.प्रचार-प्रसार के लिए आज से घूमेगा रिक्शा
टैक्स वसूली में तेजी लाने के लिए एजेंसी ने प्रचार-प्रसार करने की योजना बनायी है. इसके लिए उनकी प्रचार रिक्शा शुक्रवार से शहर में घूमेगी. दरअसल, अभी हेल्डिंग टैक्स बकाया पर ब्याज में छूट दी जा रही है. इस बहाने कलेक्शन ज्यादा करने की ठानी है.बॉक्स मैटर
निगम प्रशासन खुद से कभी 12 करोड़ से अधिक नहीं वसूला टैक्स
निगम प्रशासन का इतिहास रहा है कि वह खुद से टैक्स कलेक्शन 12 करोड़ से ज्यादा नहीं कर सका. एजेंसी को दिया तो वह भी 20 करोड़ से ज्यादा कभी नहीं वसूल सका है.टारगेट एवं वसूली :
वर्ष 2023-24 :टारगेट – 50 करोड़ रुपये
वसूली : 19.29 करोड़ रुपयेवर्ष 2024-25 :
टारगेट- 50 करोड़ रुपयेवसूली-17.04 करोड़ रुपये
वर्ष 2025-26 :टारगेट- 50 करोड़ रुपये
वसूली- 15.23 करोड़ (09 अक्तूबर 2025) कोट टारगेट तो 50 करोड़ का मिला है लेकिन, अधिकतम वसूली 25 करोड़ तक हो सकेगी. त्योहार की वजह से अक्तूबर में कलेक्शन भी नहीं के बराबर होगा. कलेक्शन में तेजी लाने के लिए शिविर लगाया जा रहा है. ब्याज में छूट दी जा रही है. प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है.अमित श्रीवास्तव, प्रोजेक्ट मैनेजर, प्राइवेट एजेंसी
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