बबरगंज थाना क्षेत्र के सकरूल्लाचक निवासी रवि चौधरी की हत्या मामले में स्थानीय पुलिस द्वारा परिजनों के कहे अनुसार आरोपितों का नाम शामिल न करने और एससी-एसटी की धारा नहीं लगाने का आरोप लगाया है. रवि चौधरी की पत्नी गुंजा देवी ने भागलपुर के रेंज आइजी विवेक कुमार को आवेदन दे कर मामले में कार्रवाई की गुहार लगायी है. गुंजा देवी ने बताया कि उसके पति का बूढ़ानाथ स्थित रोड से अपराधियों ने अपहरण कर लिया था. उसे शुभम सोनार के घर ले जाया गया था. लेकिन एफआइआर में अपहरण की धारा का जिक्र नहीं है. गुंजा देवी ने मामले में कार्रवाई की गुहार लगायी है. 26 अक्तूबर को रवि चौधरी की हुई थी हत्या बबरगंज के सकरूल्लाचक निवासी रवि चौधरी की हत्या पुरानी रंजिश में किये जाने की बात सामने आयी थी. घटना के महज चार घंटे में ही पुलिस ने तीन आरोपितों सकरूल्लाचक निवासी शुभम सोनार उर्फ छेदी, कुतुबगंज निवासी सुजीत कुमार उर्फ मजा, नवगछिया के भवानीपुर नारायणपुर निवासी शिवम कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. घटना में प्रयुक्त एक बुलेट मोटरसाइकिल और एक मोटरसाइकिल को पुलिस ने जब्त कर लिया था. तीन आरोपित अभी भी फरार चल रहे हैं. मालूम हो कि रवि कोलकाता में रह कर काम करता था. छठ में वह घर आया हुआ था. 26 अक्तूबर को रवि चौधरी अपने दो दोस्तों के साथ बूढ़ानाथ स्थित एक रेस्टोरेंट में मोमोज खाने गया हुआ था. यही पर शुभम सोनार सहित अन्य ने उसे अगवा कर लिया. फिर शुभम सोनार के घर पर ही रवि के साथ जबरदस्त मारपीट की गयी. मारपीट में गंभीर रूप से घायल रवि चौधरी की इलाज के क्रम में मौत हो गयी थी. घटना के तीन नामजद आरोपित अभी भी फरार चल रहे हैं.
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