भागलपुर: शहर का ऐतिहासिक घंटाघर जहां रोजाना लाखों का कारोबार होता है, वहां गड्ढे और जाम के बीच से निकल कर लाेग खरीदारी करते हैं. सबसे ज्यादा दुर्गति यहां के फुटपाथ कारोबारियों की है, जो धूल, धुआं और जाम के बीच अपना कारोबार कर रहे हैं. घंटाघर शहर का प्रमुख स्थल है.
यह जिला अस्पताल, कचहरी चौक, रेलवे स्टेशन से लोगों को जोड़ता है. यहां पर दर्जनों की संख्या में फुटपाथ कारोबारी हैं, तो यहीं पर टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज भी है. यहीं पर एक कांप्लेक्स और गरम कपड़े का बड़ा कारोबार स्थल है. अब जरा इस बाजार की समस्याओं पर नजर डालते हैं. घंटाघर चौक पर सड़क इस कदर खराब है कि यहां पर एक फीट गहराई में बड़े-बड़े कई गड्ढे हैं. सड़क के कुछ गड्ढों में पानी भरा है, तो कुछ में धूल.
आते-जाते वाहन हिचकोले खाते चलते हैं तो राहगीर की आंखों व फुटपाथ स्थित दुकानों में ये वाहन धूल भी झोंक देते हैं. यहां पर एक शौचालय तक नहीं है जिससे यहां खरीदारी करने वाले ग्राहक, विशेषकर महिलाओं काे फ्रेश होने के लिए इधर-उधर भटकना और परेशान होना पड़ता है. सड़क घंटाघर से लेकर जिला अस्पताल के आगे तक खराब है. यहां तक यहां पर फुटपाथ पर अतिक्रमण होने एवं टेंपोचालकों द्वारा सड़क पर ही सवारी भरे जाने के कारण जाम की स्थिति अक्सर पैदा हो जाती है. कभी-कभी तो जाम एेसा लगता है कि पैदल चलना मुहाल हो जाता है.