– जलापूर्ति की दो योजनाओं में एक को साल भर, तो दूसरे को तीन महीने से नहीं मिली राशि- बरहपुरा में दो दिनों के अंदर नहीं शुरू हुआ जलमीनार निर्माण, तो एजेंसी पर होगी कार्रवाई
– सालभर से फंसा था एनओसी का पेच, अब शुरू हुआ ट्रिपल आइटी में पाइपलाइन का कामब्रजेश, भागलपुर
भागलपुर शहर में हर घर पानी पहुंचाने के लिए दो योजनाएं पिछले 11 साल से अधर में है. दोनों योजनाओं को पूरी करने के लिए करीब 296 करोड़ की आवश्यकता है. एक योजना को साल भर, तो दूसरे को तीन महीने से फंड नहीं मिला है. आखिरी बार जलापूर्ति फेज-01 को 11 मार्च 2024 में 15 करोड़, तो जलापूर्ति फेज-02 को 30 दिसंबर, 2024 में 20 करोड़ की राशि मिली थी. इस राशि के आवंटन के बाद दाेनों योजनाओं पर करीब 296 करोड़ का बकाया है. इसके मिलने का इंतजार हो रहा है. इसके मिले बिना यह पूरी भी नहीं हो सकेगी. इधर, राशि नहीं मिलने का सीधा असर कार्य प्रगति पर पड़ा है. तय समय से यह योजना सालों पीछे चल रहा है. मार्च में पूरा करने का टारगेट लेकर काम कराया जा रहा था लेकिन, अब और कई महीने इंतजार करना होगा.
दोनों योजनाओं को किया था रिवाइज
एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) द्वारा वित्तपोषित योजनाओं की लोन अवधि समाप्त होने के बाद इसे रिवाइज किया गया था. रिविजन के बाद जलापूर्ति फेज-1 की योजना 299.41 करोड़ और जलापूर्ति फेज-2 की 331.35 करोड़ की बनी और राज्य सरकार ने स्वीकृति देकर राज्यांश मद से पूरा करने की ठानी है और इसके लिए फंडिंग की जा रही है. जलापूर्ति योजना-1 का काम तीन पैकेज में हो रहा है. इसके पहले पैकेज का काम पूरा हो गया है. बाकी के दो पैकेज में थोड़ा-थोड़ा काम बचा है. जलापूर्ति योजना-2 का काम 91 फीसदी पूरा करने का दावा बुडको ने किया है.आरसीडी से नहीं मिल रहा एनओसी, पाइप लिंक करने का काम ठप
जलापूर्ति योजना-1 के पैकेज-2 का काम पूरा होने में आरसीडी बाधक बना है. पाइपलाइन के लिए एनओसी नहीं मिला है. इस वजह से पाइप लिंक करने का काम ठप है. एनओसी मिले, तो यह पैकेज पूरा हो जायेगा.बरहपुरा में दो दिनों के अंदर जलमीनार का निर्माण शुरू नहीं करने पर होगी कार्रवाई
जलापूर्ति योजना-1 के पैकेज-3 में जलमीनार का निर्माण होना है. बाकी जगहों में कई पूर्ण हो गये हैं, तो कुछ का कार्य प्रगति पर है. बरहपुरा में बनने वाले जलमीनार का कार्य विवाद की वजह से शुरू नहीं हो सका है. बुडको के अधिकारी की मानें, तो प्रशासनिक अधिकारियों, कमेटी व स्थानीय लोगों के बीच सफल वार्ता के बीच तय हो गया है कि ईद के बाद काम शुरू हाेना है. एजेंसी अगर अगले दो दिनों के अंदर काम शुरू नहीं करता है, तो कार्रवाई की जायेगी.बॉक्स मैटर
ट्रिपल आइटी परिसर में पाइपलाइन का काम शुरू
ट्रिपल आइटी ने अपने परिसर में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के लिए पाइपलाइन बिछाने का काम रोक दिया था. इसके लिए एनओसी लेने का प्रयास पिछले एक साल से चल रहा था. बीते दिनों मुख्य सचिव भागलपुर आये थे, तो उन्होंने डीएम को निर्देशित किया था कि वे निदेशक से एनओसी के लिए वार्ता करने को कहे थे. अब उस जगह पर काम शुरू हो गया है? बताया गया कि एनओसी आठ अप्रैल को फाइनली मिल जायेगी. यानी, एनओसी मिलना ही है, तो काम शुरू कराया जाये. इसलिए पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू हो गया है. यह जलापूर्ति योजना-2 का हिस्सा है. गंगा का पानी पाइपलाइन के जरिए ट्रीटमेंट प्लांट तक आयेगा और फिर यहां से ट्रीटमेंट होकर जलमीनार में जायेगा.दोनों योजनाएं एक नजर मेंजलापूर्ति योजना-1 :प्रशासनिक स्वीकृति की राशि : 299.41 करोड़ रुपयेआवंटन योग्य राशि : 146.32 करोड़आवंटित राशि : 70 करोड़शेष राशि: 76.32 करोड़जलापूर्ति फेज-2:प्रशासनिक स्वीकृति की राशि : 331.35 करोड़ रुपये
आवंटन योग्य राशि : 208.67 करोड़आवंटित राशि: 89 करोड़शेष राशि : 119.67 करोड़
कोट
जलापूर्ति की दोनों योजनाएं जल्द ही पूरी हो जायेगी. ट्रिपल आइटी परिसर में पाइपलाइन बिछाने का काम एनओसी की प्रतिक्षा में रुका था लेकिन, अब काम शुरू हो गया है. बरहपुरा में तय हो गया है कि जलमीनार का काम शुरू कराया जाना है. एजेंसी अगर अगले दो दिनों के अंदर काम शुरू नहीं कराती है तो कार्रवाई की जायेगी.अखिलेश प्रसाद, कार्यपालक अभियंता
बुडको, भागलपुर
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