दीपक राव, भागलपुर : आखिर डॉक्टर सुशांत की मौत गयी. कई को जीवन देनेवाले डॉक्टर सुशांत का अंत समय जैसे बीता वह आज के बदलते समाज का आईना है. आत्मकेंद्रित, स्वकेंद्रित की अंतिम सीमा पर पहुंच चुके कई परिवार के सदस्य का अंत समय ऐसा दुखद भी हो सकता है.
Advertisement
भागलपुर : अंतिम सांस तक अपनों को खोजती रहीं आंखें, थक कर हो गयीं बंद
दीपक राव, भागलपुर : आखिर डॉक्टर सुशांत की मौत गयी. कई को जीवन देनेवाले डॉक्टर सुशांत का अंत समय जैसे बीता वह आज के बदलते समाज का आईना है. आत्मकेंद्रित, स्वकेंद्रित की अंतिम सीमा पर पहुंच चुके कई परिवार के सदस्य का अंत समय ऐसा दुखद भी हो सकता है. यह आंखों के सामने दिखा. […]
यह आंखों के सामने दिखा. अंत समय में डॉ सुशांत के पास कोई परिजन नहीं था. जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल, मायागंज के इएनटी विभाग में कार्यरत सीनियर रेजिडेंट डॉ सुशांत दास गुप्ता की मौत बुधवार को देर रात हो गयी.
उनका इलाज लंबे समय से मायागंज अस्पताल के मानसिक विभाग वार्ड में चल रहा था. आखिरी समय भी डाॅ सुशांत दास गुप्ता के परिवार से कोई नहीं पहुंचा. सहकर्मी चिकित्सकों व अस्पताल प्रबंधन के सहयोग से उनका इलाज किया जा रहा था.
बेगूसराय के रहने वाले थे डॉ सुशांत :
डॉ सुशांत दास गुप्ता बेगूसराय लखमनिया-बलिया के मशहूर चिकित्सक डाॅ भागवत भूषण दास गुप्ता के पुत्र थे. परिवार व परिजन के नाम पर उनके बहन व बहनोई के बारे में जानकारी है. इसके अलावा उनके अन्य परिवार के किसी सदस्य की जानकारी नहीं है. Âबाकी पेज 15 पर
चिकित्सकों ने दी श्रद्धांजलि
मायागंज अस्पताल के इएनटी विभाग के सहकर्मी चिकित्सक व अन्य विभाग के चिकित्सकों ने डॉ सुशांत दास गुप्ता की मौत पर श्रद्धांजलि सभा की और उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.
चिकित्सकों ने बताया कि डॉ सुशांत चार वर्ष पहले मायागंज अस्पताल में कार्यरत हुए थे. इससे पहले वे पंडारक व अन्य पीएचसी के चिकित्सा पदाधिकारी रह चुके थे. वर्तमान में सीनियर रेजिडेंट पद पर कार्यरत थे. अपने चिकित्सा अनुभव से मरीजों को लाभान्वित करते रहे थे.
डॉ एसपी सिंह ने उनके कार्यों की सराहना की और कहा कि एक ही बात का गम है कि उन्हें बचा नहीं सके. श्रद्धांजलि देने वालों में डॉ धर्मेंद्र कुमार, डॉ प्रखर उपाध्याय, डॉ अपूर्व अमन सिंह, मानसिक विभाग के चिकित्सक डाॅ पंकज मनस्वी, मेडिकल छात्र-छात्राओं व नर्सिंग स्टाफ शामिल थे.
अस्पताल अधीक्षक डाॅ आरसी मंडल ने बताया कि शुक्रवार को सुबह कोलकाता से बहन व बहनोई पहुंच रहे हैं. उन्हें डॉ सुशांत का पार्थिव शरीर सौंप दिया जायेगा. अभी उनके शरीर को बर्फ पर सुरक्षित रखा गया है.
इएनटी विभाग के सहयोगी चिकित्सक डॉ एसपी सिंह ने बताया कि बुधवार को सुबह डॉ सुशांत के बेड सोर की सर्जरी की गयी थी. इस दौरान उन्हें एल्बोमिन डाला गया था. गुरुवार को ब्लड चढ़ाना था, लेकिन इससे पहले ही उनकी मौत हो गयी.
पत्नी-बच्चे का पता नहीं
आज बहन व बहनोई को सौंपा जायेगा डॉ सुशांत दास गुप्ता का पार्थिव शरीर
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement