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भागलपुर : अनाथ हुआ संग्रहालय, प्रभारी अध्यक्ष ढाई माह से नहीं आये, संग्रहालय अंदर से रहता था बंद
दीपक राव, भागलपुर : इन दिनों भागलपुर संग्रहालय की स्थिति अनाथ जैसी हो गयी है. प्रभारी अध्यक्ष ढाई माह से संग्रहालय देखने तक नहीं पहुंचे. संग्रहालय इकलौते चतुर्थवर्गीय कर्मचारी के भरोसे चल रहा है. इतना ही नहीं एक सप्ताह तक यह बिना किसी कर्मचारी के ही चल रहा था. प्राय: यह बंद रहने की वजह […]
दीपक राव, भागलपुर : इन दिनों भागलपुर संग्रहालय की स्थिति अनाथ जैसी हो गयी है. प्रभारी अध्यक्ष ढाई माह से संग्रहालय देखने तक नहीं पहुंचे. संग्रहालय इकलौते चतुर्थवर्गीय कर्मचारी के भरोसे चल रहा है. इतना ही नहीं एक सप्ताह तक यह बिना किसी कर्मचारी के ही चल रहा था. प्राय: यह बंद रहने की वजह से संस्कृतिकर्मियों से लेकर आम लोगों को यहां से वापस लौटना पड़ता था.
संस्कृतिकर्मियों ने बताया कि भागलपुर संग्रहालय में एक सप्ताह तक ताला लगा था. केवल यहां पर होमगार्ड के जवान थे, जोकि यहां के नियमित कर्मचारी नहीं हैं. वे भी अंग सांस्कृतिक भवन में रह रहे हैं. यहां पर अंग क्षेत्र के ऐतिहासिक कला को देखने के लिए आये युवाओं काे भी लौटना पड़ा.
आठ माह बाद पूरी तरह अनाथ हो जायेगा संग्रहालय: चतुर्थवर्गीय कर्मचारी गगन कुमार राय की मानें तो आठ माह के बाद वे भी सेवानिवृत्त हो जायेंगे. इसके बाद तो यह संग्रहालय पूरी तरह से नियमित कर्मचारी विहीन हो जायेगा. यहां पर लोगों का रजिस्टर मेंटेन कराने वाला भी नहीं रहेगा.
उन्होंने बताया कि एक संग्रहालय अध्यक्ष सुधीर यादव हैं, जिनके जिम्मे भागलपुर, मुंगेर, सहरसा, दरभंगा, मधुबनी, महाराज संग्रहालय व चंद्रधारी संग्रहालय का अतिरिक्त प्रभार है. एक बड़ा बाबू अमिताभ मिश्र हैं, जो बेगूसराय में पदस्थापित हैं. वे भी समय-समय पर आते हैं.
संग्रहालय का कम है प्रचार-प्रसार: संग्रहालय का प्रचार-प्रसार बहुत कम लोगों के बीच है. कम लोग ही जानते हैं कि यहां पर संग्रहालय है.
दरअसल मुख्य मार्ग पर कहीं भीसूचनापट्ट व संग्रहालय का पता दर्शाता बोर्ड नहीं लगाया गया है.संग्रहालय के बाहर है जीर्ण-शीर्ण स्थिति: संग्रहालय के बाहर की जीर्ण-शीर्ण स्थिति देखकर लोग यह समझकर लौट जाते हैं कि बाहर ऐसी स्थिति है तो संग्रहालय के अंदर कैसी स्थिति होगी. संग्रहालय का मुख्य द्वार भीव्यवस्थित नहीं है. संग्रहालय का रास्ता भी खराब है. कचहरी परिसर से गड्ढेनुमा हिस्से में संग्रहालय को तैयार किया गया है.
नहीं हो पा रही है सही तरीके से देखरेख
संग्रहालय अध्यक्ष सुधीर यादव की नियुक्ति भागलपुर संग्रहालय के लिए हुई. जबकि वे प्रदेश के आधे दर्जन संग्रहालय के प्रभारी हैं. फिर भी भागलपुर संग्रहालय में कम समय देते हैं. ऐसे में संग्रहालय की देखरेख ठीक से नहीं हो रही है. यहां का माहौल भी खराब होता जा रहा है.
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