राकेश पुरोहितवार
भागलपुर : बबरगंज थाना क्षेत्र का मोगलपुरा मुहल्ला गैंगवार का गढ़ बनता जा रहा है. कुख्यात और इनामी अपराधी फेंकू मियां की 2010 में हत्या के बाद इस इलाके में गैंगवार और बढ़ा है. फेंकू मियां का बेटा टिंकू मियां खुलेआम एलान कर चुका है कि वह अपने पिता की हत्या का बदला लेकर रहेगा. 31 दिसंबर 2013 को टिंकू ने इसकी तैयारी भी कर रखी थी. लेकिन पुलिस ने ऐन मौके पर उसके घर दबिश दी. नतीजा यह हुआ कि टिंकू के घर से हथियारों का जखीरा पुलिस के हाथ लगा. उधर, अपने पिता के हत्या मामले में गवाही देने पर टिंकू के एक भाई इम्तियाज को घर में घुस कर विपक्षियों ने गोली मारी दी थी. मामले में इकराम गिरोह का नाम आया था.
सल्लन मियां के लिए कभी काम करता था फेंकू. फेंकू मियां सल्लन मियां के लिए कभी काम करता था. फेंकू पर करीब 32 केस दर्ज था. हथियार, सिल्क तस्करी से लेकर हत्या, लूट समेत कई सं™ोय अपराध में फेंकू संलिप्त था. हालांकि जगदीशपुर के तत्कालीन थानेदार आरके सिंह ने फेंकू को गिरफ्तार किया था. एक समय फेंकू मियां पप्पू खान के साथ मिल कर काम करता था. बाद में पप्पू से भी फेंकू की अदावत हो गयी. जेल में जब दोनों मिले तो फिर उनकी दोस्ती परवान चढ़ी.
तभी कोलकाता में सल्लन मियां की हत्या हो गयी. मामले में राणा मियां के नाम आया. 9 दिसंबर 2010 को गैंगवार में फेंकू मियां की गोली मार कर हत्या कर दी गयी. इस मामले में मो नौशाद, कुरैशी, मो डैनी, मो प्यारू, मो ग्यारू, मो इकराम, मो फिरोज के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. इसके बाद मोगलपुरा में गैंगवार का सिलसिला चल पड़ा. एक के बाद एक घटनाएं होने लगी. कभी टिंकू मियां भारी पड़ता था तो कभी नौशाद का ग्रुप.
कब क्या हुआ
09 दिसंबर 2010. हुसैनबाद-मोगलपुरा में कुख्यात फेंकू मियां की गोली मार कर हत्या
24 अगस्त 2013. फेंकू की हत्या का आरोपी इकराम पर बम से हमला
17 सितंबर 2013. फेंकू मियां के बेटे मो इम्तियाज को गोली मार जख्मी किया
31 दिसंबर 2013. टिंकू मियां के घर से भारी मात्र में हथियार बरामद
11 मई 2014. मोगलपुरा में ताबड़तोड़ बमबाजी, महिला जख्मी