नरकटियागंज. देश की सभ्यता का आधार है नारी, नारियों को शस्त्र और शास्त्र से अपने दिमाग को तैयार रखना होगा. वेद में महिलाओं को ब्रह्म पद से सुशोभित किया गया है वेद के अनुसार तीन शर्तों के आधार पर महिलाओं को ब्रह्म कहा गया है यथा लज्जा के साथ रहना चाल चलन सही रखना वस्त्र एवं वेशभूषा का ध्यान रखना जो महिलाएं इन तीन चीजों को ठीक रखती है वही ब्रह्मा कहलाने योग्य है. उक्त बातें स्थानीय आर्य समाज मंदिर में चल रहे विश्व कल्याण महायज्ञ के रात्रि कालीन प्रवचन में भोपाल मध्य प्रदेश से आई अंतरराष्ट्रीय स्तर के वेद कथा वाचक आचार्य दीप्ति आर्य ने कही. उन्होंने कहा कि आज समाज में लव जिहाद एक व्यापक समस्या बनती जा रही है. जिसको बॉलीवुड और हॉलीवुड एक स्क्रिप्ट की तरह तैयार कर रहे हैं. और इसमें फंसती है हमारे आम घरों की बेटियां जो कभी लव जिहाद के तहत फ्रिज में कभी सूटकेस में तो कभी घरों में मृत पाई जाती हैं प्रेम के नाम पर इन बहनों को फंसा कर विधर्मी लोग अपना उद्देश्य पूरा करते हैं. उन्होंने महारानी लक्ष्मीबाई झलकारी बाई रानी पद्मावती का उदाहरण देते हुए कहा कि आज समय आ गया है कि महिलाओं को जींस पर नाचने की बजाय अस्त्र शस्त्रों का प्रदर्शन करना चाहिए. ताकि कोई विधर्मी स्पर्श न कर सके. इसी भाव के साथ लड़कियों को अपना आत्मबोध होना चाहिए क्योंकि भारत की नारियां फूल नहीं चिंगारी हैं. हम भारत की बेटी है कार्यक्रम में दिल्ली से आई भजन गायिका अलका आर्य राजस्थान से विदुषी बहन रिचा आर्य मध्य प्रदेश से पधारे विद्वान मुकेश आर्य एवं मुजफ्फरनगर से पहुंचे हुए भजन गायक भूपेंद्र आर्य के भजन एवं प्रवचन से देर रात तक श्रोता आनंद उठाते रहे. कार्यक्रम को सफल बनाने में आर्य समाज के रामेश्वर प्रसाद आर्य, राजेश कुमार आर्य, मुन्ना कुमार आर्य, गुड्डू कुमार, सुधीर कुमार, रवि रंजन आर्य, अमरेश कुमार आर्य, देव प्रकाश आर्य, प्रशांत कुमार आर्य, विवेक कुमार, जयदेव आर्य, संतोष कुमार आर्य, ललन प्रसाद बरनवाल, भागमती देवी, ममता देवी, बबिता देवी, कोमलशीला देवी, अनमोल कुमारी, रिमझिम, अमेश कुमार आर्य आदि का सहयोग रहा.
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