वाल्मीकिनगर. पड़ोसी देश नेपाल के त्रिवेणी स्थित गजेंद्र मोक्ष दिव्य धाम से मुक्तिनाथ धाम तक सात दिवसीय रथ यात्रा रविवार को निकाली गयी. इस अवसर पर हजारों की संख्या में साधु संत, ऋषि मुनि तथा सनातनी श्रद्धालु मौजूद रहे. रथ यात्रा के बारे में गजेंद्र मोक्ष धाम के प्रभारी करपात्री स्वामी कृष्ण प्रपन्नाचार्य जी महाराज ने बताया कि नेपाल के तीर्थस्थल, पर्यटकीय स्थल के प्रचार-प्रसार, वैदिक सनातन संस्कृति के प्रबंधन के लिए रथ यात्रा निकाला गया है. मुक्तिनाथ पीठाधीश्वर स्वामी कमलनयन आचार्य श्री जी महाराज जी (मुक्तिनाथ बाबा) के पावन संकल्प में वैदिक सनातन संस्कार, संस्कृति, श्री शालिग्राम, श्री गंडकी, गोवंश, जल, प्राकृतिक, पर्यावरण का संरक्षण, सामाजिक एकता, राष्ट्रीयता तथा आदर्श समाज के निर्माण तथा पर्यटन प्रबंधन के साथ ही विश्व शांति और राष्ट्र उन्नति का कामना के पवित्र उद्देश्य से श्री रामनवमी के पावन अवसर पर श्री गजेंद्र मोक्ष धाम से हिम शृंखला में स्थित भगवान श्री मुक्तिनाथ के दिव्य सानिध्य तक गजेंद्र मोक्ष नारायण मुक्तिनाथ रथ यात्रा महोत्सव का आयोजन किया गया है. 31 मार्च को त्रिवेणी स्थित गजेंद्र मोक्ष धाम से शुरू होकर यह रथ यात्रा देवघाट, रामघाट, पंचकोट, जोमसोम से होते हुए चार अप्रैल को श्री मुक्तिनाथ भगवान के सानिध्य में पहुंचेगा और पांच अप्रैल को अखंड भागवत राम हरे राम संकीर्तन के बाद रथ यात्रा का समापन होगा. इसके पश्चात छह माह तक चलने वाली छह मासिक मुक्तिनाथ महोत्सव का शुभारंभ छह अप्रैल को स्वामी कमलनयन आचार्य स्वामी जी महाराज द्वारा किया जाएगा.
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