लौरिया. नगर पंचायत लौरिया में शनिवार की सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई, जब अशोक स्तंभ परिसर के पास झाड़ियों में एक नवजात शिशु लावारिस हालत में मिला. मौके पर मौजूद सफाईकर्मी उमरावती देवी ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए रोते-बिलखते नवजात को अपनी गोद में उठा लिया और उसे अपने घर ले गईं. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, नवजात के पेट पर जख्म का निशान भी पाया गया है. आशंका जताई जा रही है कि जन्म के तुरंत बाद ही किसी ने बच्चे को यहां फेंक दिया. घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के लोग बड़ी संख्या में मौके पर जुट गए. लोगों ने इस घटना पर गहरी नाराजगी और आक्रोश व्यक्त किया. सफाईकर्मी उमरावती देवी ने बताया. “मैंने बच्चे को अपनाया है. अगर उसका असली परिवार सामने आता है तो मैं उसे लौटा दूंगी. तब तक इसकी देखभाल मैं ही करूंगी.” नगर पंचायत क्षेत्र में यह घटना चर्चा का विषय बनी हुई है. लोग पूछ रहे हैं कि आखिर कौन बेरहम माता-पिता हैं, जिन्होंने ममता का गला घोंटकर मासूम को मरने के लिए झाड़ियों में फेंक दिया.
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