बेतिया. नए शैक्षणिक सत्र में विद्यालयों के छात्र-छात्राओं का नामांकन को लेकर विद्यार्थियों में कौतूहल और अभिभावकों की भागदौड़ शुरू हो गई है. आज एक अप्रैल से सरकारी के साथ-साथ निजी विद्यालयों में भी नामांकन का कार्य शुरू हुआ है. वही शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में एक से 15 अप्रैल तक नामांकन पखवाड़ा के रूप में प्रवेशोत्सव शुरू कर दिया है. अन्य कक्षाओं में नामांकन को लेकर नामांकन से संबंधित स्पष्ट दिशा निर्देश नहीं मिलने को लेकर स्कूलों में अभिभावक और प्रबंधन असमंजस की स्थिति में थे. मध्य विद्यालय लाल बाजार की प्रधानाध्यापिका सीमु कुमारी ने बताया कि जिन बच्चों का परमानेंट एजुकेशन नंबर बन गया है केवल उन्हीं का नामांकन करने के बाद कहीं जा रही थी. ऐसे में अभिभावक यहां आकर लाइन लगा दे रहे हैं और असमंजस की स्थिति पर खराब हो गई है.कोई छात्रों का परमानेंट एजुकेशन नंबर नहीं बनने के कारण अभी उनका नामांकन नहीं किया जा रहा है.इधर शिक्षा विभाग के एमआईएस संभाग प्रभारी अरुण कुमार ””””अकेला”””” का कहना है कि प्रत्येक स्कूली विद्यार्थी का परमानेंट एजुकेशन नंबर रहना जरूरी है.लेकिन इससे प्रवेशोत्सव पर कोई असर नहीं पड़ेगा. पहली कक्षा में नामांकन केवल आंगनबाड़ी या अन्य विधि सम्मत श्रोत से उपलब्ध उम्र सत्यापन प्रमाण पत्र के आधार किया जाएगा. आंगनबाड़ी केद्रों के साथ मिलकर चलेगा अभियान जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ कर छह साल के हुए छात्र छात्राओं का नामांकन अब सीधे पहली कक्षा में कर दिए जाने का निर्देश है. जिला शिक्षा कार्यालय में प्रवेशोत्सव अभियान के पीओ नरेंद्र कुमार ने बताया कि प्रवेशोत्सव का यह अभियान प्रथम कक्षा में नामांकन के लिए विशेष रूप केंद्रित है. बाकी कक्षाओं में एडमिशन पूर्व की व्यवस्था के अनुसार किया जाएगा.शिक्षा विभाग और आईसीडीएस द्वारा संयुक्त रूप से अभियान चलाकर 6 वर्ष के छोटे बच्चों का नामांकन आसपास के प्राथमिक विद्यालयों में सीधे कक्षा एक में कराया जाएगा. नव नामांकित बच्चों को यूनिफॉर्म, वाटर बोतल आदि उपलब्ध कराया जाएगा. एक से 15 अप्रैल तक नामांकन पखवाड़ा चलाने का निर्णय लिया है.जिसमें आईसीडीएस और शिक्षा विभाग समन्वय स्थापित कर कार्य करेंगे. आंगनबाड़ी की सेविका अथवा सहायिका चिन्हित कर लेगी और निकट के प्राथमिक अथवा प्रारंभिक विद्यालय में ऐसे छात्र-छात्राओं की सूची विद्यालय के प्रधानाध्यापक को उपलब्ध कराएगी. इसके बाद संबंधित प्रधानाध्यापक बच्चों के अभिभावकों को नामांकन से संबंधित सूचना देंगे.बच्चों के नामांकन की तिथि पर वहां प्रवेश उत्सव का आयोजन किया जाएगा.जहां बच्चों के नामांकन के साथ-साथ अभिभावकों का भी स्वागत किया जाएगा. प्रवेश उत्सव के दौरान बच्चों के नामांकन के साथ-साथ अभिभावकों के बैठने और स्वागत के लिए उचित व्यवस्था विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा की जाएगी. इसमें बाल संसद, मीना मंच और अन्य रसोईया का सहयोग लिया जाए. विद्यालय में रंगोली बनाने के साथ-साथ तोरण द्वार भी बनाया जाएगा. प्राथमिक शिक्षा निदेशक और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ का पत्र सभी बीईओ, सीडीपीओ और प्रधानाध्यापक तक साझा करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार सिंह ने पत्र लिख कर अभियान को पूरी गंभीरता से लेकर पूरा करने का निर्देश दिया है.
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