बेतिया. विश्व यक्ष्मा दिवस के अवसर पर लोगों को टीबी के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से जीएमसीएच परिसर स्थित जिला यक्ष्मा केंद्र से लेकर राज देवढ़ी तक स्वास्थ्यकर्मियों के द्वारा जागरूकता रैली का आयोजन किया गया. जागरूकता रैली में, हां हम टीबी को समाप्त कर सकते हैं का नारा लगाया गया. इस अवसर पर लोगों को टीबी के लक्षण, उपचार, सरकार द्वारा दी जा रही पोषण योजना एवं अन्य सरकारी सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गईं. जिले के कुल 8600 टीबी मरीज, जिनमें 3400 सरकारी संस्थान में तथा 5200 मरीज प्राइवेट स्वास्थ्य संस्थानों में इलाज करा रहे हैं. सीएस डाॅ विजय कुमार ने कहा कि टीबी लाइलाज नहीं है. समय पर जांच और इलाज जरूरी है. शुरुआती दौर में ही इलाज शुरू कराने से इस बीमारी को ठीक किया जा सकता है. इसके लिए सरकार द्वारा स्थानीय स्तर पर समुचित जांच और इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित की गई. एसीएमओ डॉ रमेश चंद्रा ने बताया कि जिले के सरकारी संस्थानों में टीबी की जांच के लिए सरकार द्वारा मुफ्त सुविधा बहाल की गई है. टीबी लक्षण वाले व्यक्ति निःशुल्क जांच करा सकते हैं. जांच के बाद निःशुल्क दवाई भी दी जाती है. मरीजों को उचित खान-पान के लिए आर्थिक सहायता राशि भी दी जाती है. मौके पर डॉ चेतन जायसवाल, सूर्य नारायण साह, रामाधार प्रसाद, प्रभुनाथ राम, जीवन कुमार राम, रंजन कुमार वर्मा, अशोक कुमार, ट्राई पीपीएसए की जिला समन्वयक निधि राय सहित अन्य मौजूद रहे.
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