साहेबपुरकमाल. सामाजिक संगठन भगत सिंह यूथ फाउंडेशन ने रविवार को आक्रोश मार्च निकला और थाना कांड संख्या 227 /25 में निर्दोष लोगों को फंसाये जाने का विरोध किया साथ ही सभी निर्दोष लोगों को बरी करने की मांग की. आक्रोश मार्च में शामिल कार्यकर्ता ने बैनर के साथ प्रखंड मुख्यालय परिसर में आक्रोश मार्च निकालकर पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. इस अवसर पर भगत सिंह यूथ फाउंडेशन के अध्यक्ष मो हसन ने बताया कि विगत 13 सितंबर को पंचवीर निवासी फुलेश्वर चौधरी का पुत्र नरेश चौधरी की मौत छत से गिरने से हो गयी थी. मौत के बाद उसके परिजनों ने थाना में आवेदन देकर साजिश के तहत छह निर्दोष लोगों को नामजद किया. थाना प्रभारी ने बिना जांच किये ही झूठा मुकदमा दर्ज कर उसमें चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया. आक्रोश मार्च में शामिल लोगों ने बताया कि नरेश चौधरी नशे में धूत होकर घर में हंगामा कर रहा था तभी उसकी पत्नी ने उसे घर के अंदर बंद कर बाहर निकल गयी. आक्रोश में नरेश चौधरी घर छत पर चढ़कर नीचे कूद गया और गंभीर रूप से घायल हो गया. जिसका बेगूसराय में इलाज के दौरान मौत हो गयी. मौत के बाद उनके परिवार के लोगों ने एक षड्यंत्र रचकर छह बेकसूर लोगों निरंजन चौधरी, रवि राज, रितेश कुमार, सुर्यसेन कुमार , नीतीश कुमार तथा राजेन्द्र कुमार को हत्या का आरोपी बनाकर केस कर दिया. जिसपर पुलिस ने चार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इन सभी बेकसूर लोगों को फंसाये जाने से समाज में काफी आक्रोश है. आक्रोश मार्च में संगठन के अध्यक्ष मो हसन, निदेशक शाहिद इकबाल अतहर, रविकांत सिंह सुबोध ठाकुर, पूर्व मुखिया नंदकिशोर प्रसाद सुमन, पूर्व जिला पार्षद शिवजी सिंह, पूर्व सरपंच मो शकील, लोजपा (पारस) नेता संजय यादव, मुखिया प्रतिनिधि मनोज कुमार, शिक्षक नेता रामाशिष पाठक, शहजाद अहमद अच्छू सहित सैकड़ों लोग शामिल थे.
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