बेगूसराय. नगर निगम क्षेत्र में दो दिन पूर्व हुए बारिश से लोग आज तक परेशानी झेल रहे हैं. नगर निगम क्षेत्र के कई वार्डों में जलजमाव हो गया है. वार्ड नंबर 25,26,43,27,28 सहित कई अन्य वार्डों में जलजमाव की समस्या झेल रहें हैं.आइटीआई मैदान में महीनों से जलजमाव है.वही वार्ड नंबर 25 व 26 में अगर एक दिन भी वर्षा जमकर हो गयी तो पूरा बाघी जलजमाव की चपेट में चला आता है.वार्ड नंबर 25 के लोग दो दिन पूर्व हुए बारिश के कारण जलजमाव से आज तक हलकान हैं,नगर निगम द्वारा लगाए पंपसेट लगाकर पानी खींची जा रही है. देर शाम तक बाघी निवासियों को कुछ राहत मिली है.नगर निगम द्वारा पूरे माॅनसून के मौसम में कभी इस वार्ड तो कभी दूसरे वार्डों में पंपिंग सेट के जरिए जलनिकासी की जा रही है. पूरे महीने विभिन्न वार्डों में पंपिंग सेट के सहारे जल निकासी का कार्य किया जा रहा है. शहर में बरसात के मौसम जलजमाव की समस्या बहुत पुरानी है.शहर में दशकों से तीन तरह के जलजमाव की समस्या है. प्रथम वैसे क्षेत्र जहां गड्ढा का समान लेबल था और लोगों ने वैसे गढ्ढे में ही मोहल्ला बसा लिया ऐसे क्षेत्रों में बरसात के मौसम में स्थाई जलजमाव हो जाती है, दूसरा समस्या है लगातार वर्षा होने के दौरान जलजमाव हो जाना फिर वर्षा रुकने पर धीरे धीरे जलनिकासी का होना,ऐसे क्षेत्रों में सदर अस्पताल, सिविल कोर्ट,अफसर काॅलोनी स्टेशन रोड,काॅलेजिएट स्कूल रोड, विश्वनाथ नगर,न्यू चाणक्य नगर ,तिलक नगर राजेंद्र नगर आदि मोहल्ले आते हैं,तीसरी समस्या कहीं कहीं सड़क का लेबल डाउन होने से जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो जाती है.
लोहियानगर के लोग स्थायी जलजमाव की समस्या से हैं परेशान
शहर में जलजमाव की समस्या बरसात के मौसम में एक आम समस्या है.परंतु शहर के सबसे बड़े कॉलोनी लोहियानगर में रहने वाले लोग स्थाई जल जमाव की समस्या से ग्रसित है.जलजमाव की समस्या को लेकर लगातार सामाजिक कार्यकर्ताओं तथा स्थानीय पार्षदों की नगर निगम प्रशासन से स्थाई हल की मांग होते रहें हैं.परंतु अभी तक कोई मास्टर प्लान धारातल पर नहीं उतरा है.संपूर्ण लोहिया नगर के तीन भाग जलजमाव से ग्रसित है.पूर्वी क्षेत्र में जलजमाव स्थाई हो गयी है. बरसात को लेकर संपूर्ण लोहिया नगर का एक हिस्सा सालों भर जलजमाव से ग्रसित रहता है.उसका मुख्य कारण शहर के जल निकासी का अस्थाई रूप से आउटलेट नहीं है. लोहिया नगर से जल निकासी का कोई स्थाई और ठोस प्रावधान नहीं किया गया है.जिस वजह से लोहिया नगर की बड़ी आबादी लगातार वर्षा होने से ऑफिसर कॉलोनी सहित अन्य क्षेत्रों में भी जलजमाव की परेशानी झेलते है.नगर विकास व आवास विभाग की उदासीनता का खामियाजा भुगत रहे शहर के लोग
शहर में बड़े-छोटे नाले का जाल बिछा हुआ है, परंतु जलनिकासी का आउटलेट नहीं हैं. जलजमाव के कारण शहर के लोगों को काफी फजीहत उठानी पड़ रही है. शहर के लोग लंबें समय से शहर में जलनिकासी स्थाई हल का इंतजार कर रहें हैं. स्थाई हल के लिए जब लगभग 402.41 करोड़ का स्ट्राॅम वाटर ड्रेनेज की योजना बनी तो लोगों को काफी राहत महसूस हो रहा था. योजना को नगर विकास एवं आवास विभाग को स्वीकृति के लिए भेज भी दी गयी. परंतु स्ट्राॅम वाटर ड्रैनेज योजना की फाइल स्वीकृति नहीं मिलने के कारण दो वर्षों से अधिक समय से विभाग में धूल फांक रही है.यदि जिस समय योजना भेजी गयी थी अगर स्वीकृति मिल गयी होती तो लोगों को जलजमाव की समस्यायों से मुक्ति मिल सकती थी. आज जब जलजमाव से लोग परेशान हैं तो शहर के लोग नगर विकास एवं आवास विभाग बिहार सरकार को कोस रहें हैं. उक्त योजना को आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय -2 के तहत सभी नगर निकायों में जलजमाव से निजात पाने हेतु बनायी गयी थी. इसी योजना के तहत बेगूसराय नगर निगम प्रशासन के द्वारा शहर के सभी 45 वार्डों की वर्षों से हो रहे जल-जमाव से स्थाई मुक्ति के लिए स्ट्राॅम वाटर ड्रेनेज की योजना का प्राक्कलन बनायी गयी थी. जिसे परियोजना निदेशक ( असैनिक ) बुडको द्वारा शहर में जलजमाव की स्थिति को देखते हुए पूर्व में समर्पित प्राक्कलन को संशोधित करते हुए योजना राशि 402.41 करोड़ का प्राक्कलन तैयार कर वर्ष वर्ष 2023 में संबंधित सभी विभागों को समर्पित भी कर दी गयी है.परंतु लगभग दो वर्ष पूरे होने को है परंतु योजना की फाईल स्वीकृति के अभाव में नगर विकास एवं आवास विभाग में ही लटकी पड़ी है.
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