बरौनी. बरौनी आरपीएफ की मिलीभगत के आरोपों के बीच स्टेशन पर प्रतिबंधित सामान की बिक्री और अवैध वेंडरिंग खुलेआम जारी है, जिससे स्टेशन सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. यात्रियों की लगातार मिल रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए पूर्व मध्य रेल सोनपुर मंडल ने बरौनी जंक्शन पर अवैध वेंडिंग पर रोक लगाने और यात्रियों को स्वच्छ, सुरक्षित तथा गुणवत्तापूर्ण खाद्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्लेटफॉर्म वेंडिंग अनुमति प्रक्रिया को और अधिक सुदृढ़ किया है. मंडल वाणिज्य कार्यालय द्वारा सभी खाद्य-पान स्टॉलों को नियमित और पारदर्शी तरीके से अनुमति प्रदान की जा रही है. इस पहल का उद्देश्य अवैध वेंडिंग, ओवरचार्जिंग, हाइजीन में कमी तथा निम्न गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थों की बिक्री जैसी अनियमितताओं से यात्रियों को राहत दिलाना है. वैध वेंडर्स से यात्रियों को सही दर पर गुणवत्तापूर्ण सेवाएं मिलेंगी और रेलवे को अतिरिक्त राजस्व भी प्राप्त होगा. मंडल पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि बरौनी जंक्शन पर सभी खाद्य-पान स्टॉलों की निगरानी बढ़ायी जायेगी और अवैध वेंडर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. साथ ही यह भी निर्देश दिया गया है कि यदि किसी पुलिस पदाधिकारी की संलिप्तता अवैध वेंडिंग में पायी जाती है, तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जायेगी. इस प्रयास से स्टेशन की व्यवस्था सुधारने और यात्रियों को बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है.
बरौनी स्टेशन पर दो संवेदकों के अधीन 16 वेंडर नियुक्त
सोनपुर मंडल के सोनपुर स्टेशन पर एक संवेदक के अधीन आठ वेंडर और बरौनी स्टेशन पर दो संवेदकों के अधीन कुल 16 वेंडर नियुक्त हैं, जिन्हें प्लेटफॉर्म वेंडिंग की वैध अनुमति प्रदान की गयी है. इनसे रेलवे को लगभग 6.5 लाख रुपये का वार्षिक राजस्व प्राप्त हुआ है. इस व्यवस्था से न केवल यात्रियों को सुरक्षित और स्वच्छ खाद्य सेवाएं मिल रही हैं, बल्कि पंजीकृत स्टॉल संचालकों की बिक्री में भी बढ़ोतरी हुई है. सोनपुर मंडल ने वेंडिंग व्यवस्था को पूरी तरह पारदर्शी और गुणवत्ता आधारित बनाने की दिशा में लगातार सुधार किये हैं.
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