बेगूसराय. विधानसभा चुनाव में अब महज सात दिन शेष रह गये हैं. ऐसे में जहां प्रशासनिक स्तर पर चुनाव की तैयारियां जहां अंतिम चरण में पहुंच गयी है.
वहीं सातों विधानसभा क्षेत्र से एनडीए, महागठबंधन, जनसुराज समेत अन्य दलों के प्रत्याशियों के द्वारा सुबह से लेकर देर शाम तक घर-घर जाकर आशीर्वाद मांगने का कार्य भी जोर पकड़ लिया है. प्रत्याशी जहां अपने -अपने अंदाज में वोटरों तक पहुंच कर अपने पक्ष में करने का जहां भरसक प्रयास कर रहे हैं. वहीं वोटर भी चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रहे प्रत्याशियों की तकदीर लिखने के पहले गहन मूल्यांकन करने में जुटे हैं. वोटर इस बार कोई चूक नहीं करना चाह रहे हैं, जिससे आने वाले पांच वर्षों तक अपनी गलतियों का एहसास करना पड़े.बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र पर टिकीं सबकी निगाहें
जिले के सभी सात सीटों में बछवाड़ा की सीट पर पूरे राज्य की निगाहें टिकी हुई हैं. इस विधानसभा सीट पर एनडीए और महागठबंधन के बीच सीधी लड़ाई है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात इस विधानसभा सीट पर यह है कि महागठबंधन के बीच आपसी तालमेल नहीं होने से इस सीट पर कांग्रेस से पूर्व सांसद व कई बार विधायक रहे स्व रामदेव राय के पुत्र शिवप्रकाश गरीबदास को पार्टी ने सिंबल देकर चुनाव मैदान में उतार दिया है. गरीबदास युवा एवं स्वच्छ छवि के नेता हैं. वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़कर लगभग 40 हजार वोट ला चुके हैं. वहीं, दूसरी ओर महागठबंधन से कई बार विधायक रहे भाकपा से अवधेश कुमार राय को भी पार्टी ने सिंबल देकर चुनाव मैदान में उतार दिया है. महागठबंधन के दोनों प्रत्याशियों द्वारा मतदाताओं के दरबार में अपने-अपने समर्थकों के साथ उपस्थिति दर्ज करायी जा रही है.समर्थकों व वोटरों में उहापोह की स्थिति
बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में महागठबंधन के दोनों प्रत्याशियों के चुनाव मैदान में टिके रहने से समर्थकों व वोटरों में उहापोह की स्थिति बनी हुई है. इस विधानसभा क्षेत्र में एम-वाइ समीकरण का काफी जनाधार है. इसके अधिकांश वोटर चुप्पी साधे हुए हैं. विधानसभा क्षेत्र के ग्राउंड रिपोर्ट के दौरान वोटरों का नब्ज टटोलने के बाद यह बातें सामने आयी कि चुनाव के अंतिम समय में तेजस्वी यादव का हेलीकॉप्टर जिसके समर्थन में उतर कर अपील कर देगा, उस प्रत्याशी की समां बदल जायेगी. इस बात को वोटरों के साथ-साथ चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रहे दोनों प्रत्याशी भी भलीभांति समझ रहे हैं. इसी का नतीजा है कि दोनों प्रत्याशियों द्वारा अपने-अपने पक्ष में तेजस्वी की सभा कराने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि तेजस्वी यादव भी अपने स्तर से सर्वे करा रहे हैं. कयास लगाया जा रहा है कि अंतिम समय में तेजस्वी यादव का हेलीकॉप्टर बछवाड़ा पहुंच कर गुल खिला सकता है.
एनडीए प्रत्याशी को भी अपनों के विरोध का करना पड़ रहा है सामना
बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव में बाजी मार लेना किसी भी प्रत्याशी के लिए आसान नहीं है. वर्ष 2020 के चुनाव में निवर्तमान विधायक और वर्तमान में एनडीए के प्रत्याशी सुरेंद्र मेहता भाकपा के प्रत्याशी अवधेश राय को महज 484 वोट से पराजित कर विधानसभा पहुंचे थे. इस बार के चुनाव में भी कांटे की टक्कर की संभावना बनी हुई है. इसका मुख्य कारण है कि स्थानीय स्तर पर भाजपा के कुछ पुराने और समर्पित कार्यकर्ताओं के साथ-साथ कुछ अन्य लोग भी नाराज चल रहे हैं. बताया जाता है कि प्रत्याशी श्री मेहता का कुछ दिन पहले एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें कुछ पुराने समर्पित भाजपा कार्यकर्ताओं के बारे में उलुल-जलूल बातें कही गयी थीं.इतना ही नहीं, इस ऑडियो में भाजपा के बड़े नेता को भी लपेटा गया था. ऑडियो वायरल के बाद स्थानीय स्तर पर भाजपा कार्यकर्ताओं में जबरदस्त नाराजगी देखी गयी. हालांकि इस ऑडियो को सुनने के बाद भाजपा के एक कद्दावर नेता ने कार्यकर्ताओं को समझा-बुझाकर एनडीए प्रत्याशी के समर्थन में अभियान में जुट जाने की अपील की है. स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ता अपने नेता की बातों से कितना संतुष्ट हो पाते हैं, यह तो 14 नवंबर को पता चल पायेगा. फिलहाल इतना तय है कि बछवाड़ा विधानसभा सीट दोनों गठबंधनों के लिए हॉट सीट बनी हुई है.
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