बीहट. 117वीं दिनकर जयंती के पांचवें दिन मंगलवार को रामकृष्ण इंग्लिश स्कूल सिमरिया के प्रांगण में कार्यक्रम का आयोजन किया गया.अतिथियों ने दिनकरजी के तैल्य चित्र पर माल्यार्पण दीप प्रज्वलन कर जयंती समारोह की शुरूआत की.अध्यक्षता पूर्व प्रधानाध्यापक विजय कुमार चौधरी एवं संचालन विद्यालय के शिक्षक जितेन्द्र झा ने किया.अतिथियों का स्वागत अंगवस्त्र से विद्यालय के शिक्षक घनश्याम झा और श्याम नंदन निशाकर ने किया. स्वागत भाषण विद्यालय की शिक्षिका लक्ष्मी कुमारी ने दिया. मुख्य अतिथि डॉ कुंदन कुमार ने कहा कि देश स्तर पर रविंद्र नाथ टैगोर के बाद दिनकर की प्रतिमा और स्मारक सबसे ज्यादा है. उन्होंने कहा कि सिमरिया की दीवारों पर ही नहीं दिनकर की कविता गांव के बच्चों के दिन में बसती है.वहीं बीहट नगर परिषद के उपाध्यक्ष ऋषिकेश कुमार ने कहा कि दिनकर ने गुलाम भारत में साहित्य लिखने का काम किया और अंधकार के समय दीप जलाने का काम किया. साइकिल पे संडे टीम के तत्वावधान में बच्चों को पौधे भेंट की गई. दिनकर पुस्तकालय के अध्यक्ष विशंभर सिंह ने कहा कि दिनकर की कविताओं का पाठ बच्चे ऐसे कर रहे हैं मानो फुलझड़ियां छूट रही हो. विद्यालय के निदेशक दीनबंधु कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया.मौके पर विद्यालय के बच्चे अनीश कुमार ,सत्यम कुमार, सुंदरम कुमार, आदित्य कुमार, खुशबू कुमारी, राघव राज, आदित्य कुमार साहित दर्जनाधिक बच्चों ने दिनकर की रचनाओं का पाठ किया. कार्यक्रम में रामनाथ सिंह, कृष्ण कुमार शर्मा, प्रवीण प्रियदर्शी, संजीव फिरोज, राजेंद्र राय विनोद बिहारी, प्रियव्रत कुमार, प्रियंका कुमारी, निहारिका कुमारी, नूतन कुमारी समेत सैकड़ों छात्र-छात्राएं एवं अभिभावक मौजूद थे.
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