बेगूसराय. बिहार लॉकल वॉडीज इम्प्लाइज फेडरेशन पटना सह नगर निगम कर्मचारी संघ के द्वारा अपने लंबित 11 सूत्री मांगों को लेकर नगर निगम कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन आयोजित किया गया.इस अवसर पर निगम कर्मी सफाईकर्मी ड्यूटी करने के बाद कर्मचारी संघ कार्यालय से जुलूस निकाला.जूलूस अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करते शहर के विभिन्न मार्गों का भ्रमण किया. जुलूस का नेतृत्व अखिल भारतीय अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ नेता मोहन मुरारी,नगर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष गिरिश कुमार सिंह, जिला मंत्री दिलीप मल्लिक आदि कर रहे थे.जुलूस नगर निगम कार्यालय पहुंचने के बाद प्रदर्शन सभा का आयोजन किया गया. इस अवसर पर वक्ताओं ने अपनी लंबित 11 सूत्री मांगों में सातवां वेतमान को शीघ्र लागू करने, बेवजह हटाये गए कर्मियों को शीघ्र पुनः बहाल करने,जमादार के पद पर कार्य करने वाले 16 सफाई मजदूरों को जमादार को दी जाने वाली वेतन का भुगतान करने,एनजीओ द्वारा मजदूरों को दी जा रही 300 रुपये प्रतिदिन की मजदूरी में वृद्धि करने,रिक्त पदों पर कार्यरत कर्मियों को समायोजन / नियुक्ति करने, एनजीओ में कार्यरत सफाई कर्मियों व चालकों को श्रम विभाग द्वारा निर्धारित दर पर पारीश्रमिक का भूगतान करने, सहायक लोक स्वच्छता पदाधिकारी के द्वारा अमर्यादित व्यवहार एवं मनमाने तरीके पर रोक लगाने,प्रत्येक माह पारिश्रमिक/ वेतन भुगतान के साथ देने, दस वर्षों से ज्यादा कार्यरत सभी दैनिक कर्मियों को प्रत्येक वर्ष 16 दिन सीएल अवकाश के प्रावधानो को लागू किया करने समेत अन्य मांगों को लेकर निगम कर्मियों ने आवाज बुलंद किया. ईपीएफ की राशि का अद्यतन हिसाब कराते हुए संबंधित कर्मियों के खाते में राशि अबिलम्ब जमा करने एवं इसकी प्रति संबंधित कर्मी को देने, ईपीएफ में हुई त्रुटि को सुधार करने एवं सभी को अद्धतन हिसाब हस्तगत कराने, श्रम संसाधन विभाग बिहार सरकार द्वारा निर्धारित न्युनतम मजदूरी के आलोक में आकास्मिक, दैनिक, सफाई जमादार को कुशल श्रेणी में पारिश्रमिक / मजदूरी का भूगतान करने एवं वेतन में एकरुपता करने और प्रभारी सफाई निरीक्षक के कार्य लेने पर अति कुशल श्रेणी का पारिश्रमिक का भुगतान करने, दैनिक कर्मी सहित ठेका, कार्यरत कर्मी यथा स्थायी, दैनिक मजदुर/अस्थायी कर्मी को बेवजह हटाये जाने पर रोक लगाने आदि मांगों को लेकर भी कर्मियो ने आवाज बुलंद किया. प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष कर्मी शामिल थे.वक्ताओं ने कहा कि इनमें कुछ मांगे वर्षों से लंबित है यदि हमारी सभी मांग पूरी नहीं होती तो निगम कर्मी हड़ताल पर भी जा सकते हैं.प्रदर्शन के बाद नगर आयुक्त ने नगर निगम कर्मचारी संघ के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता आयोजित किया. वार्ता समापन के बाद अखिल भारतीय अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ नेता मोहन मुरारी ने कहा कि नगर आयुक्त के साथ वार्ता काफी सकारात्मक रहा.नगर आयुक्त ने नगर निगम कर्मियों की कुछ समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया है. यदि हमारी प्रमुख मांगे 10 जनवरी तक नहीं पूरी होगी तो निगम कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

