बरौनी. आमलोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए पूर्व मध्य रेल सोनपुर अंतर्गत बरौनी रेलवे स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना की गयी. परंतु प्रशासनिक बदंइजामी के चलते अस्पताल आज खुद बीमार पड़ा है. इस अस्पताल से आमलोगों को भले ही कोई लाभ नहीं मिलता हो, लेकिन अधिकारियों की जेब गर्म जरूर हो रही है. ये हम नहीं, बल्कि रेलवे के अधिकारिक प्रतिवेदन बयां कर रहा है. सूचना के अधिकार से प्राप्त प्रतिवेदन में बताया गया है कि इस अस्पताल की साफ-सफाई के लिए वर्ष 2023 में जून से दिसंबर 23 तक 12 लाख 50 हजार रुपये खर्च हुए.
बरौनी रेलवे स्वास्थ्य केंद्र का हाल, मरीजों को होती है परेशानी
2024 में जनवरी से नवंबर तक 22 लाख 88 हजार राशि खर्च किया गया है. इतनी बड़ी राशि खर्च के बाद भी रेलवे का स्वास्थ्य केंद्र बदहाली पर आंसू बहा रहा है. चारो तफ जंगलों का साम्राज्य कायम है. बताया गया है कि बरौनी स्वास्थ्य केंद्र की स्वच्छता के लिए नियंत्रक अधिकारी डॉ सचिन कुमार वर्मा वरीय मंडल चिकित्सा अधिकारी प्रभारी गढ़हरा एवं राम निरंजन सिंह मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक की देखरेख स्वास्थ्य केंद्र संचालित किया जाता है. बताते चलें कि लगभग 87 वर्षों से पूर्व 1937 में स्थापित पूर्व मध्य रेल सोनपुर अंतर्गत बरौनी रेलवे स्वास्थ्य केंद्र जो एक जमाने में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए जाना जाता था. इस संबंध में रेल प्रशासन को जगाने की कोशिश एकबार आरटीआइ एक्टिविस्ट शोकहारा निवासी गिरीश प्रसाद गुप्ता ने किया है. जिन्हें पूर्व मध्य रेल वरिष्ठ मंडल चिकित्सा पदाधिकारी गढ़हरा ने आरटीआइ के माध्यम से मांगी गयी सूचना के आलोक में बरौनी रेलवे अस्पताल के बारे में पत्र के माध्यम से जानकारी उपलब्ध करायी है. जिसमें बरौनी रेलवे अस्पताल के बारे में एक चौंकाने वाली बात सामने आयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है