बलिया. प्रखंड क्षेत्र के भवानंदपुर पंचायत अंतर्गत शिवनगर गांव में शनिवार की शाम हुये भीषण कटाव से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है. आलम यह है कि कटाव की भयावहता को देखते हुये ग्रामीण अपने घर को खाली करने में जुट चुके हैं. कटाव के कारण पूर्व में कराये गये करीब 400 मीटर कटाव निरोधक कार्य गंगा में विलीन हो गये हैं. जबकि इसकी सूचना मिलते ही रविवार की सुबह स्थानीय विधायक सत्तानंद संबुद्ध उर्फ ललन यादव, जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता रामचन्द्र चौरसिया, कनीय अभियंता अखिलेश कुमार मौके पर पहुंचे. जहां कटाव की भयावहता को देखते हुये विधायक के द्वारा कटाव स्थल से ही जल संसाधन विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ दूरभाष पर बात कर कटाव निरोधक कार्य चलाने का निर्देश दिया. जिसके बाद कटाव निरोधक कार्य के तहत फ्लड फाइटिंग चलाने का निर्देश दिया गया. इसके बाद से आनन फानन में अधिकारियों की टीम पूरे कटाव स्थल का मुआयना कर कार्य को दोपहर बाद शुरू कराया गया. बताया जाता है कि अगस्त माह में गंगा के जलस्तर में वृद्धि होने के बाद शिवनगर गांव से सटे मुंगेर जिले के कुतलूपुर पंचायत के हरी बाबू टोला में गंगा कटाव होने से आधे दर्जन से अधिक घर गंगा में विलीन हो गये थे. शनिवार की रात अचानक गंगा के जलस्तर में वृद्धि के बाद शिवाला घाट से पश्चिम कटाव होने से घरों की दूरी महज 10 से 20 मीटर पर ही बची है. रात भर ग्रामीण टार्च की रोशनी में रतजगा करने को मजबूर हो गये.
कटाव से सैकडों परिवार हो सकते हैं विस्थापित
जिस तरह से शनिवार की शाम कटाव हुआ इससे शिवनगर के ग्रामीणों में दहशत इस कदर व्याप्त है कि लोग रातभर गंगा किनारे पहरा देने को मजबूर हैं. अगर इसी तरह कटाव हुआ तो आने वाले एक दो दिनों में दर्जनों घर गंगा में विलीन हो जायेगें.10 करोड़ की लागत से हुआ था कटाव निरोधक कार्य
बताया जाता है कि इसी वर्ष शिवनगर से पूरब कुतलूपुर के हरिबाबू टोला में करीब 10 करोड़ की लागत से कटाव निरोधक कार्य विभाग के द्वारा कराये गये थे. जो पूरा कार्य गंगा नदी में बह जाने से अब ग्रामीणों का भरोषा उठ चुका है. लोग अब घरों का सामान खाली करने में जुट चुके हैं.
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