नावकोठी. बिहार राज्य जल श्रमिक संघ की जिला इकाई की बैठक हसनपुर बागर में आयोजित की गयी. बैठक की अध्यक्षता रामबिलास सहनी ने की. सीटू के जिला महासचिव रामबालक सहनी ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों के कारण मछुआरों की स्थिति लगातार दयनीय होती जा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि नवनिर्वाचित विधायक चेरियाबरियारपुर अभिषेक आनंद के दबाव में बगरस स्लूइस गेट खोल दिया गया, जिससे कावर झील में संगृहीत जल बाहर निकल गया. पानी का स्तर घटने से इस क्षेत्र में छोड़ी गयी मछलियां भी बह गयीं, जिसके कारण मछुआरों के सामने रोजगार और आजीविका का संकट उत्पन्न हो गया है. उन्होंने इस कृत्य की कड़ी भर्त्सना की और कहा कि इससे राज्य सरकार की जल जीवन हरियाली योजना पर भी प्रश्न चिह्न लग गया है. बैठक में कहा गया कि संग्रहीत जल संरक्षण जलवायु परिवर्तन को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. मत्स्य विभाग द्वारा नाव, जाल और वाहन जैसी अनुदानित सामग्रियों के वितरण में भारी अनियमितता बरती जा रही है, जिसकी जांच कराने की मांग की गयी. मछुआरों को प्रशिक्षण देने की व्यवस्था सुनिश्चित करने तथा उन्हें बीमा लाभ उपलब्ध कराने की भी जरूरत बतायी गयी. पदाधिकारियों ने कहा कि मत्स्यजीवी सहयोग समिति में नये सदस्यों को शामिल नहीं किया जा रहा है, जिससे कई लाभार्थी वंचित हो रहे हैं. बैठक में जिला कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन करने की रणनीति तय की गयी. साथ ही फरवरी के प्रथम सप्ताह में नावकोठी अंचल में जिला सम्मेलन कराने का निर्णय लिया गया. मौके पर अनिरुद्ध सहनी, सीताराम सहनी, प्रियदर्शी सहनी, राम सकल सहनी, राजकुमार, दिलीप, जितेंद्र, धर्मेंद्र और मीना सहनी सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे.
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