बेगूसराय. इंटर मूल्यांकन केंद्र के लिए चार मूल्यांकन केंद्र का चयन किया गया है, जहां मूल्यांकन कार्य शांतिपूर्ण चल रही है. इंटर मूल्यांकन केंद्र के लिए बीपी इंटर स्कूल, ओमर बालिका उच्च विद्यालय, जे के उच्च विद्यालय, बीएसएस कॉलेजिएट स्कूल को मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है. जहां इंटर का मूल्यांकन कार्य 27 फरवरी से शुरू हो गई है. यह मूल्यांकन कार्य 8 मार्च तक चलेगी. इंटर की कॉपी मूल्यांकन के लिए 600 परीक्षक 100 से अधिक प्रधान परीक्षक की नियुक्ति की गई है. समय पर परीक्षा फल प्रकाशित हो इसके लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति अभी से ही कमर कस ली है. वहीं इन सभी मूल्यांकन केंद्र पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई निर्देश भी दिए गए हैंं. सभी मूल्यांकन केंद्र के केंद्राधीक्षक को सख्त निर्देश देते हुए कहा गया है कि जब से मूल्यांकन कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाए अन्यथा परीक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी. मूल्यांकन कार्य में इस तरह की जानकारी मिली कि जो हिंदी के शिक्षक हैं उनका मूल्यांकन के लिए इतिहास का नियुक्ति पत्र मिला है. हालांकि शिक्षा विभाग ने स्पष्ट कहा है कि अब शिक्षा विभाग के द्वारा सूची नहीं भेजी जाती है बल्कि विद्यालय के कार्यरत शिक्षक ही अपना आवेदन भरकर विद्यालय प्रधान के माध्यम से सूची अपलोड की जाती है. वहीं सभी मूल्यांकन केंद्र पर पैनी नजर रखी जा रही है. किसी भी तरह की चूक ना हो इसको लेकर शिक्षा विभाग फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है.
आज से 10 मार्च तक होगी मैट्रिक की कॉपियों की जांच
मैट्रिक परीक्षा- 2025 के उत्तर पुस्तिका की जांच 01 मार्च से 10 मार्च तक आयोजित की जायेगी. जबकि 27 फरवरी से इंटरमीडिएट परीक्षा की उत्तर पुस्तिका की जांच हो रही है, जो 08 मार्च तक आयोजित होगी. यह बातें जिला शिक्षा पदाधिकारी राजदेव राम ने कही. उन्होंने बताया कि मूल्यांकन केंद्र के 200 गज की परिधि में मूल्यांकन कार्य करने वाले कर्मियों को छोड़कर शेष व्यक्ति के प्रवेश पूरी तरह वर्जित रहेगी. मूल्यांकन कार्य को देखते हुए विद्यालय को प्रातःकालीन करने का निर्देश दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

