चेरियाबरियारपुर. रविवार को मंझौल पंचायत 03 अंतर्गत खोयर टोला में पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री की जयंती मनाई गई. उक्त कार्यक्रम कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक राजेन्द्र पासवान के नेतृत्व में आयोजित किया गया. जिसमें सर्वप्रथम पूर्व मुख्यमंत्री के तैलीय चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई. कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि भोला पासवान शास्त्री एक स्वतंत्रता सेनानी और भारतीय राजनेता थे. जो तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे. उनका जन्म 21 सितंबर 1914 को पूर्णिया जिले के बैरगाछी गांव में हुआ था. वह एक दलित परिवार से ताल्लुक रखते थे. और उनका नाम भोला पासवान था. लेकिन काशी विद्यापीठ से संस्कृत में स्नातक करने के बाद उन्हें ””””””””शास्त्री”””””””” की उपाधि मिली. उन्होंने कहा कि वे तीन बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लिए. परंतु दुर्भाग्यवश एक बार भी उनका कार्यकाल पूरा नहीं हो सका. वे एक ईमानदार और सादगीपूर्ण जीवन जीने वाले नेता थे. वह पेड़ के नीचे बैठक बुलाते थे. और झोपड़ी में रहते थे. वह महात्मा गांधी से काफी प्रभावित थे. और स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से शामिल हुए थे. 4 सितंबर 1984 को पटना में उनका निधन हो गया. लेकिन उनकी विरासत आज भी बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है. तथा उनकी ईमानदारी और सादगी की मिसाल दी जाती है.
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