बरौनी. ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ़ एसोसिएशन के केंद्रीय कमिटी ने देश के सभी लोको शेड पर लोको कैब में असामान्य, अत्यधिक गर्म वातावरण एवं असुविधा व अमानवीय स्थिति में काम कराने के कारण रेल प्रशासन के विरूद्ध प्रदर्शन किया गया. सोनपुर मंडल कमिटी ने बरौनी स्थित लोको शेड के समक्ष लोको कैब में सामान्य और कार्य अनुकूल तापमान के लिए एसी लगाने और दूसरी कोई अन्य सुविधा उपलब्ध कराने सहित विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन सभा कि अध्यक्षता बरौनी शाखा अध्यक्ष नवल चौधरी ने किया. सभा संबोधित करते हुये मंडल सचिव पिनाकी नन्दन ने कहा कि भारतीय रेल के संरक्षा श्रेणी के सबसे महत्वपूर्ण कर्मचारी ट्रेन के लोको पायलट रेल प्रशासन के संवेदनहीनता का सबसे पहला शिकार होता है. ट्रेनों में यात्रियों के लिए एसी कोचों की संख्या लगातार बढाई जा रही है. राजधानी, दुरंतो, तेजस, शताब्दी आदि पूर्ण रूप से वातानुकूलित ट्रेनों की संख्या बढ़ती जा रही है लेकिन इन ट्रेनों को चलाने वाले लोको पायलट भीषण गर्मी में काम करने पर मजबूर है. एक पंखा लगा होता है जो काफी गरम हवा देता है जिसके कारण तापमान और बढ़ जाता है. लोको कैब के अंदर बाहर के सामान्य तापमान से लगभग 5डीग्री तापमान ज्यादा होता है. परिणामस्वरूप लोको पायलट डिहाइड्रेशन, सर दर्द, अत्यधिक थकान, सुस्ती का शिकार हो जा रहे हैं. 8-9 घंटे मेल एक्सप्रेस ट्रेन चलाते हैं. मालगाड़ियों में 12 घंटे तक कार्य लिया जा रहा है. 10 -15 प्रतिशत लोको में एसी लगाया गया है जिसमें आधे रखरखाव के आभाव में खराब रहता है. लोको पायलट का सीट ऐसा है कि पैर और कमर में दर्द का शिकार हो जा रहे है. आधारभूत सुविधा नहीं है लेकिन लोको कैब में कैमरा लगाया जा रहा है. 12 घंटे तक सावधान और सतर्क रहकर काम कर रहें हैं कि नहीं निगरानी की जा रही है. इस सभा को शाखा सचिव अंजनी कुमार, विरझण चौधरी, नवल चौधरी, प्रदीप कुमार आदि ने संबोधित किया.
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