बेलहर. विधानसभा चुनाव मंगलवार को संपन्न होने के बाद बुधवार को सभी चौक-चौराहे एवं गांव मोहल्ले में किस पार्टी को कितना मत मिल सकता है. इसके अनुमान का जोड़-घटाव चला रहा है. बिहार विधानसभा में मुख्य रूप से आमने-सामने की लड़ाई एनडीए एवं महागठबंधन के बीच होने की चर्चा हो रही है. जिसमें जन सुराज को जीत हार का फैक्टर माना जा रहा है. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यदि जन स्वराज को 8 से 10 हजार मत आ जाता है, तो एनडीए की जीत हो सकती है. यदि जनसुराज को 15 हजार से 20 हजार मत मिलता है, तो महागठबंधन के राजद प्रत्याशी के लिए जीत का ताज सजेगा. हालांकि एनडीए एवं महागठबंधन के कार्यकर्ता अपने-अपने तरीके से मतों का जोड़-घटाव कर अपने-अपने जीत का दावा कर रहे हैं. दोनों ही पक्षों में मुख्य रूप से प्रजापति पंडित मतदाता एवं पान-ततवा-तांती समाज के मतदाता की दिशा भी जीत हार का कारण बन सकता है. दोनों समाज काे मुख्य रूप से एनडीए की मतदाता के रूप में देखा जाता था, लेकिन इस बार जन सुराज की प्रत्याशी प्रजापति समाज के होने के कारण प्रजापति समाज की मत एनडीए से कट जाने की आशंका लगाई जा रही है. वहीं आईपी गुप्ता के महागठबंधन में जाने के कारण पान-ततवा-तांती समाज का मत महागठबंधन में जाने के उम्मीद लगायी जा रही है, जो दोनों ओर से एनडीए के लिए माइंस मत का आशंका दिख रहा है.
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