दीपक चौधरी, कटोरिया. कटोरिया पुलिस व एसटीएफ की विशेष टीम की संयुक्त कार्रवाई में कलोथर जंगल के बगल स्थित कहरातरी जंगल में मंगलवार की रात हुई मुठभेड़ में कुख्यात नक्सली रमेश टुडू उर्फ टेंटुआ की मौत हो गयी थी. उसके शव का बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच पोस्टमार्टम कराया गया. जिला प्रशासन द्वारा प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट व पुलिस पदाधिकारियों की मौजूदगी में सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के प्रक्रिया पूरी की गयी. फिर शव को उसके पैतृक गांव बुढ़ीघाट पहुंचाया गया. गांव के बगल स्थित नदी में आदिवासी रीति के अनुसार उसका अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान कुख्यात रमेश टुडू उर्फ टेंटुआ के पिता मटरू टुडू व सौतेला भाई सहित गांव के ग्रामीण काफी संख्या में मौजूद रहे. जिला मुख्यालय से पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही शव बुढ़ीघाट गांव पहुंचा, परिजनों व रिश्तेदारों सहित गांव के लोग काफी संख्या में वहां जुट गये.
घटनास्थल पर देर रात पहुंचे एसडीएम व फोरेंसिक टीम
मंगलवार की रात्रि मुठभेड़ खत्म होने के कुछ देर बाद ही एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा व एसडीएम अविनाश कुमार भी अन्य पुलिस पदाधिकारियों के साथ कलोथर जंगल पहुंचे. सूचना पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने भी मुठभेड़ स्थल का जंगल में अनुसंधान करते हुए कई वैज्ञानिक साक्ष्य भी जुटाये.कुख्यात रमेश उर्फ टेंटुआ के फरार साथियों की हो रही तलाश
चर्चा है कि कटोरिया के कलोथर जंगल में बड़ी वारदात की साजिश बनाने को लेकर कुख्यात रमेश टुडू उर्फ टेंटुआ अन्य पांच साथियों के साथ बैठक कर रहा था. मुठभेड़ के दौरान उसके सभी पांच साथी मौके से भाग निकलने में सफल रहे, जिसकी पहचान व गिरफ्तारी को लेकर पुलिस टीम लगातार छापेमारी अभियान चला रही है.
पांच जवानों को आयी मामूली चोट
जमुई व देवघर जिला के आतंक का पर्याय बन चुके कुख्यात नक्सली रमेश टुडू उर्फ टेंटुआ के साथ जंगल में घेराबंदी व मुठभेड़ के दौरान जंगल के गड्ढों व पत्थरों के बीच असंतुलित होने से एसटीएफ की विशेष टीम में शामिल पांच जवानों को हल्की चोट भी आयी. उनका रेफरल अस्पताल में प्राथमिक उपचार किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

