पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर भेजा जेल, दो फरार
बांका/रजौन. रजौन थाना क्षेत्र अंतर्गत खिड्डी गांव में 24 नवंबर को गोली लगने से घायल हुए 24 वर्षीय प्रदीप यादव की मौत शुक्रवार को पटना में इलाज के दौरान हो गयी. मृतक स्व. प्रसादी यादव का पुत्र था. जानकारी के अनुसार, कुछ माह पूर्व एक ऑटो चालक की हत्या और जमीनी विवाद को लेकर दो गुटों के बीच लंबे समय से तनाव चला आ रहा था. इसी पुरानी रंजिश का परिणाम 24 नवंबर को देखने को मिला, जब प्रदीप राजावर चौक से पैदल अपने घर लौट रहा था. जैसे ही वह गांव के स्व. गंगा यादव के घर के पास पहुंचा, तभी उनके पुत्र ब्रजेश यादव, गोपाल यादव और विपिन यादव अपने घर की छत पर हथियार के साथ खड़े थे. प्रदीप के अनुसार, तीनों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें से एक गोली उसके सीने के बाएं हिस्से में जा लगी और वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा. घटना के बाद ग्रामीणों की मदद से प्रदीप को रजौन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया था, जहां से उसे गंभीर स्थिति को देखते हुए मायागंज अस्पताल, भागलपुर रेफर कर दिया गया था. मायागंज में प्राथमिक उपचार के बाद परिजनों ने उसे भागलपुर के एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया था, जहां स्थिति में सुधार न होने पर फिर से पटना रेफर किया था. करीब 10 दिनों तक चले इलाज के बाद शुक्रवार को प्रदीप ने दम तोड़ दिया. मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. गांव में शोक और परिजनों में तनाव का माहौल है. उधर, गोलीबारी की घटना के बाद पुलिस ने गोपाल यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. थानाध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने बताया कि फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है और मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जायेगी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

