बांका. शंभुगंज के मोहनपुर सहोडा में शनिवार को महाराणा प्रताप की जयंती समारोह पूर्वक मनायी गयी. जिसकी अध्यक्षता रणविजय सिंह जी ने किया. कार्यक्रम की शुरुआत महाराणा प्रताप और पन्ना धाय जी के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि देकर की गयी. इस मौके पर वरीय राजद नेता सह शिक्षाविद संजय चौहान ने कहा कि महाराणा प्रताप सिर्फ एक जाति के नहीं, बल्कि पूरे भारतवर्ष के गौरव हैं. उनकी सेना के सेनापति हकीम खां सूरी थे, जो मुस्लिम होते हुए भी महाराणा प्रताप के सबसे विश्वस्त सहयोगी और योद्धा थे. यह भारत की गंगा-जमुनी तहज़ीब की मिसाल है. पन्ना धाय जिन्होंने अपने पुत्र का बलिदान देकर राणा उदय सिंह की रक्षा की, वह एक त्याग की प्रतिमूर्ति थी. जो पिछड़े समाज से थी. राणा उदय सिंह, महाराणा प्रताप के पिता थे. जिनके संरक्षण में मेवाड़ का भविष्य सुरक्षित हुआ. कहा कि आज जरूरत है कि हम मान सिंह और जयचंद जैसे विश्वासघातियों से सावधान रहें, और अपने गांव, समाज व राष्ट्र को एकजुट रखें. कार्यक्रम को लेकर गांव सभी अतिथियों व ग्रामीणों का साधुवाद किया. इस मौके पर बिहार विधान परिषद सदस्य अजय सिंह, पूर्व मंत्री बीमा भारती, पूर्व सांसद खगड़िया महबूब अली कैसर, राष्ट्रीय प्रवक्ता जयंती जिज्ञासु, व्यवसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल गुप्ता, नट बिहारी मंडल, राजद जिलाध्यक्ष अर्जुन ठाकुर, सत्येंद्र सिंह, मृत्युंजय सिंह आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है