शंभुगंज : तिलडीहा दुर्गा मंदिर में सलाना श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ावा के तौर पर आने वाली करोड़ों से ज्यादा रूपया की आय के वाबजूद यहां बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है. इसको लेकर जनप्रतिनिधियों का कहना है कि इस मंदिर के मेढ़पति परिवार के लोगों द्वारा इस मंदिर की आय को छुपाकर मंदिर का विकास नहीं कर सरकार को राजस्व का चुना लगा रहे हैं. इस मामले को वे पंसस की बैठक में रखकर प्रस्ताव पारित कर सरकार का इस मंदिर के तरफ ध्यान आकृष्ट करेंगे. वहीं आगे कहा की तिलडीहा दुर्गा मंदिर में सिर्फ नवरात्रा में ही 50 लाख रूपया से भी ज्यादा का चढ़ावा आता है.
इसके आलावा सोने चांदी के जेवरात भी दस लाख से ज्यादा का चढ़ावा होता है. उसके वाबजूद यहां श्रद्धालु को बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. इन लोगों ने राज्य सरकार से तिलडीहा दुर्गा मंदिर को धार्मिक न्याश बोर्ड के अधीन करने की मांग की है. जिससे तिलडीहा दुर्गा मंदिर को पर्यटन स्थल के रूप बढ़ावा मिलेगा. साथ ही इस क्षेत्र के साथ मंदिर का भी सरकारी स्तर से विकास होगा. बता दें कि तिलडीहा दुर्गा मंदिर में सलाना 25 हजार से भी ज्यादा बकरे की बलि दशहरा में सप्तमी से लेकर विजया दशमी तक में दी जाती है.