बांका : 15 गन्ना की खरीदारी करते लोग, 16 खरीदारी को लेकर लगी रही भीड़ बांका. जिले भर के बाजारों में देवोत्थान एकादशी को लेकर रविवार को लोगों की भीड़ लगी रही. भीड़ इतनी अधिक थी कि बाजारों में दिन भर जाम-सा नजारा देखने में मिला. मालूम हो कि इस पर्व में लोग गन्ने को ले जाकर अपने घर के देव स्थान में पूजा अर्चना करते हैं.
ऐसी मान्यता है कि जब तक गन्ने की पूजा नहीं होती है. तब तक किसान सहित अन्य लोग गन्ने से बने गुड़ व गन्ने का सेवन नहीं करते हैं. इसे लेकर सबसे पहले भगवान को भोग लगाया जाता है. इस वजह से गन्न के खूब बिक्री हुई.अधिक कीमत पर मिला गन्ना देवोत्थान एकादशी को लेकर गन्ने की खासी बिक्री हुई. इस पर महंगाई का भी असर दिखा.
जिस गन्ने की कीमत 2 से 3 रुपये होता था, वहीं यह रविवार को 10 से 15 रुपये प्रति पीस बिका. मालूम हो कि पिछले साल इसकी कीमत 3 से 5 रुपये तक रही थी. उसकी तुलना में इस वर्ष दो गुणे दर से भी ज्यादा रही. गन्ना बेच रहे किसान ने बताया कि गन्ने की खेती करने में पहले की तुलना में अब काफी खर्च होता है. जिस कारण क्षेत्र के कई किसानों ने इसकी खेती करना छोड़ दिया है. कुछ ही किसान इस खेती से जुड़े हुए है. महंगाई के अनुसार ही गन्ने की कीमत ली जा रही है.
वहीं ग्राहकों ने बताया कि पर्व ही ऐसा है, जिसमें गन्ने की खरीद करना जरूरी है. – मधुसूदन देव को उठाया लोगों ने गन्ना, सुथनी, अदरक, शकरकंद सहित अन्य पूजन सामग्री से पूजा-अर्चना की. इसे लेकर दिन भर विभिन्न मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही.
देर शाम में लोग अपने घरों में चौका करने के बाद पांच गन्ने को खड़ा कर इसके नीचे सभी तरह के पूजन सामग्री सहित नये अनाज को रख कर भगवान मधुसूदन की आराधना की. इस दौरान घर के सभी सदस्यों ने उठो उठो मधुसूदन देव तोहरा उठल जगत उजागर का जयकारा लगाते हुए भगवान की आराधना की.