बांका : दीपावली इस वर्ष 11 नवंबर को मनाया जायेगा. लोग इसकी तैयारी में जुटे हैं. अपने पक्की व कच्ची मकानों की साफ-सफाई व रंग-रोगन कर रहे हैं. पर्व के मौके पर लोग लक्ष्मी व गणेश की पूजा अर्चना करते हैं. लेकिन इस वर्ष मिट्टी के दीये व प्रतिमा की कीमतों में उछाल आने से लोगों को परेशानी होगी.
अधिक कीमत की वजह से लोगों में इसके प्रति थोड़ी अरुचि भी आयी है. लोग आर्टिफीशियल प्रतिमा, चाइनीज बल्बों का उपयोग करने लगे हैं. ऐसे में कुंभकारों ने भी सामान बनाने की संख्या में कमी कर दी है. सफाई व रोशनी में घर आती हैं मां लक्ष्मीमान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी व गणेश की पूजा-अर्चना करने से घर में लक्ष्मी आती है.
छोटे-छोटे बच्चे भी मां लक्ष्मी की पूजाकरने के लिए मिट्टी से घरकुंडा बनाते हैं. इसमें दीपावली के दिन लक्ष्मी व गणेश की मूर्ति रख कर सभी प्रकार के अनाज से घर को भर कर पूजन सामग्री से रख कर पूजा-अर्चना करते है. रंग बिरंगे बल्ब व मिट्टी के दीये, भुटकी आदि जला कर सुसज्जित करते हैं. मान्यता है कि श्रीराम के वनवास की अवधि समाप्त होने के बाद इसी दिन वे अयोध्या लौटे थे. इस खुशी में अयोध्या नगरी को दीप प्रज्ज्वलित कर सजाया गया था.
उसी याद व खुशी में दीपावली मनायी जाती है.- महंगाई की मार दीपावली के दिन लोग रंग बिरंगे बल्ब के साथ-साथ मिट्टी के बने दीये व भुटकी को अवश्य जलाते हैं. लेकिन इस बार महंगाई व चायनीज बल्बों के बढ़ते क्रेज के कारण इसका प्रभाव मिट्टी के बने समानों पर बढ़ने की आशंका है. मिट्टी के समान को बनाने वाले ब्रह्मदेव पंडित, सुबोध पंडित, बालदेव पंडित आदि ने बताया कि महंगाई के कारण हम लोग दीया, भुटकी सहित मिट्टी की प्रतिमा को कम मात्रा में ही निर्माण करेंगे.
क्योंकि बाजार में इनकी मांग हद तक कम हो चुकी है. इस काम में लगे कई कारीगर भी काम चुके हैं. मेहनत के हिसाब से आमदनी नहीं होती है. मिट्टी के बने समान को पकाने के लिए कोयला, लकड़ी आदि अब ऊंची कीमत पर मिलते हैं.लक्ष्मी प्रतिमा की खरीदारी में लगेंगे अधिक पैसेदीपावली के दिन लोग अपने घर व दुकानों में मां लक्ष्मी व गणेश की प्रतिमा को स्थापित कर पूजा-अर्चना करते हैं. बाजार में मिट्टी व प्लास्टर अॉफ पेरिस की बनी प्रतिमा की दुकानों में सजने लगी है.
लोग आवश्यकतानुसार प्रतिमा की खरीदारी कर रख रहे हैं. ताकि दीपावली के अवसर पर इसकी मूल्य में और वृद्धि ना हो जाये. लेकिन इस अभी से ही प्रतिमा के मूल्य में वृद्धि पिछले वर्ष के तुलना से अधिक देखी जा रही है. लोग जेब की लक्ष्मी के हिसाब से लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति की खरीदारी कर रहे हैं.