प्रतिनिधि, बारुण. प्रखंड क्षेत्र के मेंह पुल के समीप ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर विधानसभा चुनाव में वोट बहिष्कार करने का ऐलान किया है. ग्रामीणों ने यह निर्णय एनटीपीसी से विस्थापित प्रभावित किसान मजदूर समाधान संगठन के बैनर तले लिया है. इस फैसले को संगठन के संस्थापक राधे यादव, महासचिव राजाराम पटेल, उपसचिव रितेश शर्मा, उपसंयोजक व पैक्स अध्यक्ष रामनारायण सिंह यादव, कोषाध्यक्ष सह पंचायत समिति सदस्य सुनील गुप्ता, राजकुमार पटेल, सुमंत पटेल और अवधेश चंद्रवंशी सहित संगठन के सभी सदस्यों ने समर्थन दिया है. राधे यादव सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान ग्राम पंचायत मेंह और आसपास के ग्रामीणों ने 10 सूत्री मांगें जिला प्रशासन और एनटीपीसी प्रबंधन नवीनगर के समक्ष रखी थीं, जिन्हें मान भी लिया गया था. हालांकि अब तक केवल बिशुनपुर कैनाल निर्माण की मांग पूरी की गयी है, जबकि शेष नौ मांगें अभी तक अधूरी हैं. इन अधूरी मांगों में मुख्य रूप से एनटीपीसी की जहरीली राख (फ्लाइ ऐश) से होने वाले प्रदूषण पर नियंत्रण, स्थानीय लोगों को रोजगार, बारूण-नवीनगर में नि:शुल्क बिजली आपूर्ति, बारूण को अनुमंडल का दर्जा, मेंह शिवरात्रि मेला, टहल अंबा सूर्य महोत्सव मेला और पुनपुन पितृपक्ष मेला को राजकीय मेला घोषित करने जैसी प्रमुख मांगें शामिल हैं. ग्रामीणों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले उनकी लंबित मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो ग्राम पंचायत मेंह सहित पूरे बारूण-नवीनगर प्रखंड में वोट बहिष्कार करने का अपील करेंगे. बताया कि जब तक सभी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक उनका वोट बहिष्कार आंदोलन चलता रहेगा. बता दें कि पिछले चुनाव में बारुण प्रखंड के घोरहा के ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार किया था. वहां वोटिंग नहीं हुई थी.इस दौरान आशुतोष पटेल, आलोक पटेल, अजीत पटेल ,नरेंद्र सिंह, रामविलास पाल ,गनौरी साहू, परमजीत पटेल ,सोनू पटेल, उमेश चंद्रवंशी, देव कुमार, राम कृष्ण ठाकुर ,लखन देवराम ,पूर्व बीडीसी अध्यक्ष मेंह निराला पटेल सहित अन्य लोग मौजूद थे.
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