ओबरा. औरंगाबाद-पचरुखिया रोड में खुदवां थाना क्षेत्र के बिछहा गांव के समीप सड़क दुर्घटना में एक 30 वर्षीय युवक की मौत हो गयी. वैसे घटना रविवार की रात की है. सोमवार की शाम में इलाज के दौरान उसकी मौत हुई. मौत की सूचना मिलते ही परिजन व गांव वाले आक्रोशित हो गये. औरंगाबाद-पचरुखिया पथ में शव को रखकर सड़क जाम कर दिया तथा प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. मृतक की पहचान मालवां गांव निवासी ध्रुवीक्षण राम के पुत्र जीतू कुमार के रूप में हुई है. इधर, सड़क जाम की सूचना मिलते ही प्रभारी थानाध्यक्ष सूरज कुमार दलबल के साथ पहुंचे और आक्रोशितों को समझा-बुझाकर शांत कराया. आक्रोशित अपनी मांग पर लगातार ध्यान दिला रहे थे. आश्वासन मिलने के बाद वे शांत हुए. अंतत: पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया. परिजनों ने बताया कि जीतू रविवार की देर शाम खुदवां बाजार से सामान खरीद कर बाइक से घर जा रहा था. इस दौरान बिछहा गांव के पीपल के पेड़ के समीप औरंगाबाद की ओर से आ रही एक अज्ञात कार उसे रौंदती हुई निकल गयी. इस घटना में जीतु कुमार एवं साथ में रहे बादशाह राम घायल हो गये. पुलिस की गश्ती टीम ने दोनों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. हालांकि, प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. जितू की स्थिति नाजुक देखते हुए मगध मेडिकल कॉलेज गया जी रेफर किया गया. जानकारी मिली कि वहां से भी उसे पटना रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही सोमवार को उसकी मौत हो गयी. इधर, मौत के बाद परिजनों ने शव को घर लाया और औरंगाबाद-पचरुखिया सड़क को जामकर मुआवजे की मांग की. घटना के बाद मृतक की पत्नी संजू देवी के साथ-साथ अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. प्रभारी थानाध्यक्ष सूरज कुमार ने बताया कि आवेदन के आधार पर कार्रवाई की जायेगी. इधर मुखिया सुरेश सिंह ने बताया कि प्रशासन से जल्द मुआवजा की मांग की गयी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

