मदनपुर.
सरकार जन वितरण प्रणाली के तहत गरीब परिवार के बीच हर माह प्रति व्यक्ति पांच किलो चावल व पांच किलो गेहूं का वितरण कर उनके रोजमर्रा की जरूरत को पूरा कर रही है, लेकिन जन वितरण विक्रेता सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना में अवैध तरीके से मोटी कमाई में जुटे है. प्रखंड क्षेत्र के दो डीलरों ने 824.86 क्विंटल सरकारी अनाज का घोटाला कर जरूरत मंद लोगों की हकमारी की है. खास बात यह है कि ये दोनों डीलर दीमक की तरह अनाज का गबन करते रहे और किसी को इसकी भनक तक नही लगी. इस मामले में अनुमंडल पदाधिकारी के निर्देश पर कड़ी कार्रवाई की गयी है. एमओ स्नेहलता कुमारी ने जन वितरण विक्रेता दक्षिणी उमगा पंचायत के जुड़ाही निवासी मुजाकिर हुसैन व मुंद्रिका पासवान के खिलाफ मदनपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. ऑनलाइन निरीक्षण के दौरान मुजाकिर हुसैन की दुकान में 42.50 क्विंटल चावल व 11.83 क्विंटल गेहूं का अंतर पाया गया है. वही, मुंद्रिका पासवान की दुकान में 687.57 क्विंटल चावल व 79.96 क्विंटल गेहूं का अंतर पाया गया है. इस संबंध में एमओ ने बताया कि यह कार्रवाई अनुमंडल पदाधिकारी के आदेश पर की गयी है. जांचोपरांत दोनों डीलरों द्वारा सरकारी अनाज का घोटाला का मामला सामने आया है. इनकी अनुज्ञप्ति रद करते हुए अग्रिम कार्रवाई के लिए थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. उन्होंने सख्त निर्देश देते हुए बताया कि यह सरकारी योजना है जो गरीबों के लिए है. जो भी गड़बड़ी करते पकड़े जायेंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

