प्रशासनिक जुल्म के खिलाफ फुटपाथी दुकानदारों ने की नारेबाजीआज से तीन नवंबर तक दुकानों को बंद कर धरना देंगे फुटपाथी
प्रतिनिधि, औरंगाबाद कार्यालय.
फुटपाथी दुकानदारों पर हो रहे जुल्म के खिलाफ औरंगाबाद शहर के फुटपाथी दुकानदारों ने जिला प्रशासन और नगर परिषद के खिलाफ नारेबाजी की. अनिश्चितकालीन आंदोलन की धमकी भी दी. वैसे एक नवंबर से तीन नवंबर तक सभी फुटपाथी अपनी-अपनी दुकान बंद कर जिला प्रशासन के खिलाफ धरना देंगे. फुटपाथी दुकानदारों ने विधानसभा चुनाव में वोट बहिष्कार करने का भी ऐलान किया है. फुटपाथी फेरी विक्रेता संघ के अध्यक्ष शशि सिंह ने कहा कि बड़े पूंजीपतियों को दुकान के आगे सामान रखा रहता है, लेकिन उन्हें कुछ नहीं किया जाता. शहर की सड़कों पर चार पहिया वाहन बेतरतीब तरीके से खड़े किये जाते हैं, लेकिन कोई रोकने-टोकने वाला नहीं होता है. दूसरी तरफ फुटपाथी दुकानदारों को किसी न किसी तरकीब लगाकर परेशान किया जाता है. आखिर फुटपाथी दुकानदार जाये, तो जाये कहां. कभी जिला प्रशासन की धमकी, कभी नगर पर्षद की, तो कभी आम लोगों की धमकी सहते-सहते फुटपाथी परेशान हो गये हैं. सरकार की ओर से 1700 दुकानदारों का सर्वे कराया गया है, जिसमें 700 लोगों को प्रधानमंत्री रोजगार के तहत ऋण भी दिया गया है. जिला पदाधिकारी व नगर परिषद के पदाधिकारी की ओर से 250 दुकानदारों को ही दुकान सौंपी जा रही है. इसमें भी 100 लोगों को अवैध रूप से शामिल किया जा रहा है. अब फुटपाथी अपनी लड़ाई खुद लड़ेंगे. आंदोलन की रणनीति बनायेंगेअध्यक्ष ने कहा कि मछली मंडी में भी 90 में 40 दुकानों की अवैध अनुशंसा की गयी है. हर तरफ फुटपाथी दुकानदारों पर जुल्म हो रहा है. कभी अतिक्रमण के नाम पर, तो कभी पर्व-त्योहार के नाम पर फुटपाथियों को सड़क से हटाकर परेशान किया जा रहा है. अध्यक्ष ने बताया कि फुटपाथी दुकानदार एक नवंबर से तीन नवंबर तक अपनी-अपनी दुकान बंद कर डाकघर के समीप धरना पर बैठेंगे. इससे भी उनकी मांगें नहीं मानी गयीं, तो वे आगे के आंदोलन की रणनीति बनायेंगे.
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