औरंगाबाद शहर. स्वास्थ्य विभाग जिले में आधारभूत संरचना विकास एवं गुणवत्ता प्रमाणीकरण के क्षेत्र में सतत प्रगति कर रहा है. जिले के 14 ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित करते हुए राष्ट्रीय गुणवत्ता मानक अनुरूप प्रमाणीकरण का प्रयास किया जा रहा था, जिसमें सफलता मिली है. जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो अनवर आलम ने बताया कि किसी भी संस्थान को राष्ट्रीय गुणवत्ता मानक प्रमाणन प्राप्त होना काफी सम्मान का विषय है. हालांकि, प्रमाणन की घोषणा अभी राज्य स्तर से हुई है. अगले चरण में नेशनल टीम का अंकेक्षण होना है. इसमें सदर प्रखंड के बांसेखाप हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, ओबरा के करसांव हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, दाउदनगर के जिनोरिया के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, अंछा के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, हसपुरा के गहना हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, गोह के अमारी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, रफीगंज के पांडेय कर्मा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, मदनपुर के आजन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, प्राणपुर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, देव के एरकी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, कुटुंबा के डुमरी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, नवीनगर के अंकोढ़ा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, बारूण के धुरिया हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर तथा मदनपुर के सैलवा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर शामिल है. इस उपलब्धि को लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों, चिकित्सकों एवं पारा मेडिकल कर्मियों के बीच खुशी एवं उत्साह का माहौल है. गौरतलब है कि रफीगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को राष्ट्रीय प्रमाणन एवं शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सोन कॉलोनी, औरंगाबाद को राज्य स्तरीय प्रमाणन पूर्व में प्राप्त हो चुका है. इसको लेकर सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार सिंह, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मिथिलेश प्रसाद सिंह, जिला संचारी एवं गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ रवि रंजन, जिला लेखा प्रबंधक मो अफरोज हैदर, जिला गुणवत्ता सलाहकार नागेंद्र कुमार केसरी, डीसीएम आनंद प्रकाश, जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी अविनाश कुमार, जिला एपिडेमियोलॉजी उपेंद्र कुमार चौबे, आरबीएसके कोऑर्डिनेटर नीलम रानी एवं अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी द्वारा सभी संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ्य प्रबंधक, बीसीएम, सीएचओ, स्टाफ नर्स, एएनएम खासा उत्साहित हैं.
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