गोह़
पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय देवकुंड महोत्सव का आगाज शुक्रवार को हुआ. बिहार गान के साथ महोत्सव का आगाज हुआ. इसके बाद महाकुंभ के दौरान प्रथम यज्ञ भूखंड धरा पे, आर्य का आगाज है, ये पावन संगम की धरती, ये प्रयागराज है… गाने से ख्याति व नयी पहचान कायम करने वाले गायक आलोक कुमार ने अपनी प्रस्तुति से समा बांध दिया. महोत्सव के दौरान यह गाना ट्रेंड पर था और हर किसी की जुबान पर था. जैसे ही लोगों को जानकारी मिली कि उक्त गाना गाने वाले गायक आलोक कुमार महोत्सव में आ रहे हैं, तो उन्हें सुनने व देखने के लिए दर्शकों का हुजूम उमड़ पड़ा. दर्शकों की मांग पर उन्होंने इस गाने को तीन बार गाया. इसके अलावे भी कई गाने गाकर अपने सुरों से महोत्सव से सजाया. वैसे महोत्सव गीत-संगीत व नृत्य से सजा रहा. इसके पूर्व इसका शुभारंभ सांसद अभय कुशवाहा, डीएम श्रीकांत शास्त्री, मठाधीश कन्हैया नंद पूरी, एसडीओ मनोज कुमार, बीडीओ राजेश कुमार दिनकर और सीओ अजय कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से फीता काटकर व दीप जलाकर किया. अतिथियों का स्वागत प्रखंड स्तरीय चयनित बालिकाओं के स्वागत गीत के साथ हुआ. तमाम अतिथियों को शॉल, बुके व देवकुंड का प्रतीक चिन्ह के साथ सम्मानित किया गया. डीएम ने संबोधन में कहा कि यह बाबा दुधेश्वर नाथ व च्यवन ऋषि की धरती है. धार्मिक दृष्टिकोण से देवकुंड नगरी ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण है. महोत्सव के माध्यम से न सिर्फ धार्मिक स्थल के महत्व को दर्शाया जाता है बल्कि, उसके विकास की लकीर भी खींची जाती है. सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन से युवा पीढ़ियों व बच्चों के बीच संस्कार का सृजन होता है. उन्होंने न्यास समिति के मठधिश एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि देवकुंड के विकास में जो भी कमियां है उससे अवगत करायें, ताकि उन कमियों को दूर करने का प्रयास किया जाये. उन्होंने कहा कि बहुत जल्द देवकुंड परिसर का सौंदर्यीकरण कराया जायेगा. सांसद अभय कुशवाहा ने संबोधन में कहा कि भगवान विश्वकर्मा द्वारा देव, देवकुंड और उमगा को एक ही रात में निर्माण कराया गया था, लेकिन उमगा पहाड़ पर निर्माण हो रहे मंदिर को बनते-बनते सुबह हो गयी. इसके कारण आज भी मंदिर अधूरा पड़ा है. उन्होंने डीएम का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि अगर संभव हो तो देव, देवकुंड और उमगा को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाये. इससे यहां चौमुखी विकास हो सकता है.देवकुंड के विकास के लिए भूमि देने को तैयार : मठाधीश
देवकुंड मठाधीश कन्हैया नंदपुरी ने कहा कि अगर देवकुंड के विकास को लेकर जमीन की आवश्यकता है तो सैकड़ों एकड़ भूमि देने को वे तैयार हैं. उन्होंने देवकुंड को पर्यटन स्थल का दर्जा देने की मांग की. कार्यक्रम में गोह विधायक भीम कुमार सिंह, एसडीओ मनोज कुमार, थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार, एसआई अजित कुमार, मुखिया मृत्युंजय कुमार यादव, रंजीत कुमार, सच्चिदानंद भास्कर, शिक्षक पन्नालाल यादव, डॉ संजय कुमार गुप्ता, राजू कुमार, सरपंच सत्येंद्र कुमार, पंचायत समिति सदस्य रामकुमार पासवान, मनीष कुमार, मुन्ना कुमार आदि उपस्थित थे.आलोक ने राजा मंडल के साथ गायी होली, झूम उठे दर्शक
प्रसिद्ध गायक आलोक ने राजा मंडल के साथ होली गीत की प्रस्तुति दी, जिसपर दर्शक झूम उठे. निक लगे मरद भोजपुरिया सखी… नामक होली गीत पर दर्शन झूमते रहे. वहीं गायिका तान्या मौआर ने अपनी सुरीली आवाज से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. जैसे ही अपनी आवाज में हारमोनियम पर संगत करते हुए मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जाएंगे राम आयेंगे… की शुरूआत की, दर्शकों ने तालियों से स्वागत किया.नृत्य से दीपशिखा ने लगाया चार चांद
महोत्सव में दीपशिखा ने अपनी नृत्य की प्रस्तुति देकर महोत्सव में चार चांद लगा दिया. उन्होंने सर से मोर चुनरी गई, सरक सरक… सहित अन्य गानों पर जलवा बिखेरा. दर्शक यह देखकर तालियां बजाने को विवश हो गये. डांस के समापन के बाद बीडीओ ने प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया. कार्यक्रम का संचालन नितिका ने किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है