औरंगाबाद ग्रामीण. सदर अस्पताल की सेंट्रल पैथोलॉजी लैब की जांच रिपोर्ट अब देश के किसी भी निजी या सरकारी अस्पतालों में मान्य होगी. यहां की लैब को एनबीएल ने मान्यता प्रदान कर दी है. शुक्रवार को लैब इंचार्ज कामाख्या नारायण शुक्ला ने बताया कि सदर अस्पताल की जांच रिपोर्ट पर देश के किसी भी अस्पतालों में उंगली नहीं उठाया जा सकता है. भारत सरकार के डिपार्मेंट आफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के राष्ट्रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड ने इसे मान्यता दी है. उन्होंने बताया कि इस मान्यता के प्राप्त होने से सदर अस्पताल अब बिहार के टॉप थ्री अस्पतालों में आ गया. यहां की जांच रिपोर्ट की मॉनीटरिंग पीजीआइ लखनऊ और सीएमसी वेल्लोर की जांच काउंसिल द्वारा किया जाता है. इन दोनों संस्थानों से टेस्टेड ब्लड सैंपल समय-समय पर सदर अस्पताल भेजकर यहां के जांच की मिलान अपने यहां के जांच से की जाती है और दोनों जांच करीब-करीब एक ही होती है. उन्होंने बताया कि एनबीएल मान्यता या सुनिश्चित करती है कि प्रयोगशाला मानकीकृत प्रक्रियाओं का पालन करती है और केलीब्रेटेड उपकरणों का उपयोग करती है. इस प्रकार यह सुनिश्चित करती है कि यहां के परिणाम सटीक और विश्वसनीय है. यह बीमारियों का बेहतर निदान, उपचार और प्रबंधन भी सुनिश्चित करता है. उन्होंने बताया कि चिकित्सा परीक्षण करने वाली रक्त परीक्षण प्रयोगशालाओं के लिए एनबीएल मान्यता अनिवार्य है. इस प्रकार या सुनिश्चित हुआ कि सदर अस्पताल का लैब एनबीएल मान्यता के सभी नियामक आवश्यकताओं के अनुरूप है जो रोगी की सुरक्षा के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण है. सदर अस्पताल में अनुभवी और प्रशिक्षित कर्मचारी हैं जो अपने क्षेत्र के जानकार हैं और वह सख्त प्रोटोकॉल और दिशा निर्देशों का पालन करते हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि यहां के परिणाम विश्वसनीय, भरोसेमंद और सटीक है.
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