औरंगाबाद ग्रामीण. सीपीआइ व सीपीआइ-एम के संयुक्त तत्वाधान में बदलो सरकार-बचाओ बिहार अभियान के तहत गुरुवार को शहर में आक्रोश मार्च निकाला गया. गांधी मैदान से मुख्य बाजार होते हुए आक्रोश मार्च समाहरणालय के मुख्य द्वार पर पहुंचा. इसके बाद सभी लोगों ने 14 मांगों को लेकर समाहरणालय का घेराव करते हुए जिला प्रशासन व बिहार सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. देखरेख भाकपा के जिला सचिव रामचंद्र यादव ने की. पार्टी नेताओं ने कहा कि सरकार सार्वजनिक जन वितरण प्रणाली को मजबूत करें. किसानों की आय दोगुनी करने के लिए तमाम कृषि उत्पादों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी करें. इसके साथ-साथ किसानों के अधिग्रहित जमीन का वर्तमान बाजार दर पर मुआवजा दे. किसानों की बगैर सहमति के जमीन का अधिग्रहण करना सरकार बंद करें. सभी लाभार्थियों को 35 किलो अनाज दिया जाये. बेघर को 10 डिसमिल जमीन और मकान सरकार द्वारा दिया जाये. सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रति माह तीन हजार रुपये सभी के खातों में दिया जाना चाहिए. वहीं, बिहार में 200 यूनिट बिजली मुफ्त दिया जाये व स्मार्ट मीटर को वापस लिया जाये. आरक्षण की वृद्धि को संविधान की नौंवी अनुसूची में शामिल किया जाये. लगातार बढ़ रही महंगाई पर बिहार सरकार रोक लगाये. अपराध और भ्रष्टाचार से बिहार को मुक्त बनाया जाये. बाढ़ और सुखाड़ का स्थाई निदान होना चाहिए. इस दौरान वीरेंद्र प्रसाद, वाजिद अंसारी, रामएकबाल सिंह, कपिल कुमार सिंह, अनूप कुमार यादव, मदन सिंह, राजेश भुइयां, सोनाचंद्र पाल, रामचन्द्र यादव, उपेंद्र शर्मा, उमेश सिंह, सुरेश प्रसाद यादव, रामस्वरूप यादव, रामजी राम सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे.
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