औरंगाबाद शहर.
आधुनिकता के इस दौर में भी अंधविश्वास व तंत्र-मंत्र के चक्कर में नरबलि दिये जाने का मामला सामने आया है. जिले के मदनपुर इलाके में ऐसी ही नृशंसा हत्या का पुलिस ने उद्भेदन करते हुए नाबालिग समेत पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है. एक तांत्रिक ने संतान प्राप्ति के तंत्र-मंत्र के नाम पर 65 वर्षीय वृद्ध की बलि चढ़ा दी. तांत्रिक अनुष्ठान के नाम पर वृद्ध का अपहरण कर सिर काट दिया गया और धड़ को होलिका दहन में जला दिया था. शुक्रवार को प्रेसवार्ता में एसपी अंबरीश राहुल ने इस घटना का खुलासा किया और जानकारी दी. इस दौरान सदर एसडीपीओ-टू अमित कुमार भी मौजूद थे. वैसे यह घटना होली के दौरान हुई थी. एसपी ने बताया कि मदनपुर थाना क्षेत्र के गुलाब बिगहा गांव निवासी 65 वर्षीय युगल यादव 13 मार्च की शाम करीब सात बजे घर से निकले थे. परिजनों ने उन्हें रात नौ बजे तक वापस नहीं लौटने पर तलाश शुरू की. 19 मार्च को मदनपुर थाने में वृद्ध की गुमशुदगी की लिखित सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी थी. हालांकि, परिजनों ने यह आशंका जतायी कि मृतक के शरीर को होलिका दहन में जला दिया गया है. कांड की गंभीरता को देखते हुए एसपी द्वारा एसडीपीओ टू के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया. गठित विशेष टीम द्वारा जांच की जा रही थी कि बंगरे गांव में होलिका दहन की राख में अपह्त वृद्ध की हड्डी मिलने की बात सामने आयी. बरामद चप्पल को भी परिजनों ने पहचाना. साथ ही पास की पुलिया के पास खून के धब्बे मिले. इसके बाद पुलिस की टीम द्वारा जब डॉग स्कवाड व एफएसएल टीम को बुलायी गयी गयी तो ट्रैकर डॉग खून का निशान तथा बरामद हड्डी वाले स्थान होते हुए मुख्य आरोपित तांत्रिक रामाशीष रिकियासन के घर पर पहुंच गया. उस वक्त रामाशीष तो घर पर नहीं था, लेकिन उसका रिश्तेदार धर्मेंद्र रिकियासन वहां मिला, जिसे पूछताछ के लिए थाना लाया गया. जब उससे सख्ती से पूछताछ की गयी तो आरोपित धर्मेंद्र रिकियासन ने उक्त कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की. फिर उसकी निशानदेही पर अपह्त वृद्ध की साइकिल बरामद की गयी और पूरे मामले का खुलासा हुआ. एसपी ने बताया कि इस निर्मम हत्याकांड में छह लोग शामिल थे, जिनमें से नाबालिग सहित पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि मुख्य आरोपित रामाशीष रिकियासन फरार है. गिरफ्तार आरोपितों में सुधीर पासवान, नन्हकू उर्फ संजीत कुमार, कारू भुईयां उर्फ रौशन कुमार, धर्मेंद्र रिकियासन व एक विधि विरूद्ध बालक शामिल हैं. जबकि मुख्य आरोपित तांत्रिक रामाशीष रिकियासन फरार है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मृतक का सिर, मृतक की साइकिल, 35 इंच लंबा पसुली (धारदार हथियार) और मृतक की चप्पल को बरामद किया है. फिलहाल पुलिस मुख्य आरोपित रामाशीष रिकियासन की तलाश में छापेमारी कर रही है.राख में मिले थे हड्डियों के अवशेष, खेत में मिला सिर
एसपी ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने के बाद जब पुलिस ने जांच शुरू की तो मदनपुर थाना क्षेत्र के बंगरे में होलिका दहन की राख में मानव हड्डियां मिली थी. संदेह बढ़ने पर डॉग स्क्वाड और एफएसएल टीम को बुलाया गया. जांच के दौरान अपहृत वृद्ध की चप्पल और पास की पुलिया पर खून के धब्बे पाये गये. इसके बाद डॉग स्क्वाड की मदद से संदिग्धों की तलाश की गयी. जांच में खुलासा हुआ कि वृद्ध का गला काटकर धड़ को होलिका की आग में डाल दिया गया था. पास की पुलिया के पास वृद्ध का गला काट दिया था और रातभर कैंप करते हुए कटे हुए सिर को कुदाल से एक फुट तक जमीन को खोद कर गाड़ दिया. पुलिस ने डॉग स्क्वायड की सहायता से मृतक का सिर पूर्णाडीह गांव इलाके के गेहूं के खेत से बरामद किया गया. एसपी ने बताया कि बरामद सिर और हड्डियों को डीएनए जांच के लिए भेजा गया है.जांच में सामने आयी हत्याकांड की खौफनाक वजह
पुलिस ने जब आरोपियों को गिरफ्तार किया तो इस खौफनाक हत्याकांड की असली वजह सामने आयी. एसपी ने बताया कि मुख्य आरोपित रामाशीष रिकियासन एक तांत्रिक है, जिसने अपने साथी सुधीर पासवान के संतान प्राप्ति के लिए मानव बलि चढ़ाने की साजिश रची. गिरफ्तार आरोपित धर्मेंद्र रिकियासन ने स्वीकार किया कि इससे पहले भी 2024 में एक अन्य युवक की इसी तरह हत्या कर दी गयी थी, जिसका सिर आज तक नहीं मिला.वैज्ञानिक जांच से हुआ खुलासा
एफएसएल टीम और इ-साक्ष्य एप की मदद से बरामद सबूतों को विधिवत जब्त किया गया और वीडियो अपलोड किया गया. वैज्ञानिक जांच और आरोपियों की स्वीकारोक्ति के आधार पर इस निर्मम हत्या का पूरा राजफाश हो गया. इस मामले में मदनपुर थाना में कांड संख्या 246/24 दर्ज की गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है