कुटुंबा.
नन्हें बच्चे कच्चे मिट्टी के समान होते हैं. उन्हें जिस तरह के सांचे में ढालेंगे, उसी के अनुरूप ढल जायेंगे. ये बातें एम पब्लिक स्कूल किशनपुर के डायरेक्टर एम परवेज ने कही. वे शुक्रवार को उक्त स्कूल में मारिया एजुकेशनल वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि बच्चों में वैज्ञानिक सोच, अभिरुचि जागरूकता व नवाचार विकसित करने का उचित माध्यम विज्ञान प्रर्दशनी है. इस दौरान बच्चों ने तरह-तरह का मॉडल प्रस्तुत किया. कार्यक्रम का उद्घाटन निदेशक के साथ-साथ हेडमास्टर रूमी नाज, पूर्व मुखिया ललन रजक व मो असलम अंसारी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया. प्रदर्शनी में बच्चों ने ग्लोबल वार्मिंग, मस्तिष्क, मानव गुर्दा, हाइड्रोलिक क्रेन, ज्वालामुखी, जल संचयन, जल शोधक, जल चक्र, चंद्रयान-3, स्मार्ट सिटी, राज्य और राजधानी खेल, एयर कूलर, कंप्यूटर, सौर मंडल,डांसिंग रोबोट, होलोग्राम, सोलर सिस्टम आदि मॉडलों को बच्चों प्रस्तुत किया. अभिभावकों व जनप्रतिनिधों ने घुम-घुम कर विज्ञान मॉडल का जायजा लिया. कार्यक्रम में शामिल लोग बच्चों के कला कौशल देखकर फूले नहीं समा रहे थे. इधर मॉडल प्रस्तुत कर बच्चे भी काफी उत्साहित हुए. मौके पर पवन शौंडिक, सुजीत आर्यन, सचिन कुमार, विवेक मावर, शाकिब अनवर,ब्यूटी कुमारी, शबाना परवीन, मनीषा कुमारी, जूली कुमारी, बुशरा परवीन, ज्योति कुमारी आदि ने बच्चों के प्रयास की सराहना की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है