गोह.
महाशिवरात्रि को लेकर देवकुंड स्थित बाबा दूधेश्वर नाथ मंदिर में श्रद्धालुओं के जनसैलाब उमड़ पड़ा. मंदिर का पूरा परिसर हर-हर महादेव व बम-बम भोले के जयघोष से गूंजायमान रहा. दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान दुधेश्वर नाथ की पूजा अर्चना कर खुशहाली की कामना की. महाशिवरात्रि का व्रत रख श्रद्धालुओं ने तालाब में स्नान कर बाबा दूधेश्वर नाथ पर गंगाजल, यमुना जल के साथ–साथ सहस्त्रो धारा तालाब के जल से अभिषेक किया. भांग, धतूरा व प्रसाद से उनका भोग लगाया. फूल व बेलपत्र चढाये.नव विवाहिताओं ने महाशिवरात्रि का व्रत रख पुत्र रत्न प्राप्ति की कामना की. शांति व्यवस्था को कायम रखने के लिए देवकुंड व गोह पुलिस सहित अन्य थानों की पुलिस सुबह से ही तत्पर दिखी. देवकुंड थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि सुबह से श्रद्धालुओं का आने का सिलसिला जारी है. इधर, पुलिस अधीक्षक द्वारा श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पर्याप्त महिला पुलिस व दर्जनों अतिरिक्त बल की तैनाती की गयी थी, ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो. बनतारा रोड में पुलिस की लापरवाही से तीन से चार घंटे तक श्रद्धालु जाम में फंसे रहे. प्रत्यक्ष दर्शियों की माने तो बनतारा रोड में जितने भी पुलिसकर्मी को ड्यूटी में तैनात किया गया था. वह बैरिकेडिंग के पास खड़े होकर खानापूर्ति करते दिखे. ऐसे जाम की समस्या से लोग देवकुंड से लेकर राधे नगर गांव तक करीब तीन किलोमीटर तक जूझते रहे.मेले का हुआ शुभारंभ
इधर मठाधीश कन्हैयानंद पुरी ने बताया की श्रद्धालुओं की निगरानी को लेकर पूरे देवकुंड नगरी में सीसीटीवी कैमरे लगाये गये थे. देवकुंड बाबा दूधेश्वर नाथ को दर्शन को लेकर श्रद्धालुओं को लगभग चार घंटे लंबी लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा. इधर, फागुन मास में लगने वाले मेले का शुभारंभ मठाधीश कन्हैयानंद पुरी ने की. एक माह तक मेला चलेगा. इस मेले में शादी-विवाह संबंधी सामानों की बिक्री होती है. साथ ही फर्नीचर के भी सामानों की भी बिक्री होती हैं. पशुओं का भी क्रय- विक्रय का मुख्य मेला माना जाता है .डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है