औरंगाबाद कार्यालय. औरंगाबाद जिले के टॉप टेन अपराधियों की सूची में पहले पायदान पर रहने वाला 50 हजार का इनामी अपराधी राकेश गिरी आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया. यह वहीं राकेश गिरी है जिसने 30 नवंबर 2024 की देर शाम माली थाना क्षेत्र के सोनौरा पुल के समीप नवीनगर के व्यापार मंडल अध्यक्ष व अंकोरहा पंचायत के पूर्व पैक्स अध्यक्ष संजय सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी. वैसे इस अपराधी के विरुद्ध एक–दो नहीं बल्कि कई मामले दर्ज है और कई थानों की पुलिस उसके पीछे लगी थी. संजय सिंह की हत्या के बाद वह सुर्खियों में आ गया और मास्टर माइंड का तमगा हासिल कर लिया.
आपराधिक घटना काे अंजाम देने की था फिराक में
नवीनगर प्रखंड के एनटीपीसी खैरा थाना क्षेत्र के अंकोरहा गांव निवासी जनार्दन गिरि का पुत्र राकेश गिरि उर्फ बाबा आपराधिक घटना का अंजाम देने की फिराक में था. इससे पहले पुलिस ने उसे दबोच लिया. गुरुवार को प्रेसवार्ता के दौरान औरंगाबाद एसपी अंबरीश राहुल ने राकेश की गिरफ्तारी व उसके पास से बरामद हुए हथियार की जानकारी साझा की. एसपी ने बताया कि दो अप्रैल को एसआदटी को सूचना मिली कि संजय सिंह हत्याकांड में शामिल राकेश गिरि मदनपुर थाना क्षेत्र में किसी घटना को अंजाम देने की तैयारी में है. सूचना के बाद पुलिस की टीम उसके लोकेशन को खंगालती रही. देव-मदनपुर पथ में आंजन मोड़ चौराहा के समीप उसे दबोच लिया गया. वह एक अन्य अपराधी के साथ बाइक से जा रहा था. हालांकि, एक अन्य अपराधी किसी तरह भागने में सफल रहा. वैसे उसे भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा. राकेश गिरि के पास से एक कट्टा, एक पिस्टल, छह कारतूस, पिठू बैग, मोबाइल, वाईफाई डोंगल और बाइक बरामद किया गया है. इस मामले में भी मदनपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. एसपी ने बताया कि वह औरंगाबाद जिले के मोस्ट वांटेड अपराधियों में एक नंबर पर था और उसके विरुद्ध 50 हजार रुपये के इनाम भी रखे गये थे.औरंगाबाद के अलावे यूपी के मुगलसराय में भी था उसका आतंक
एसपी अंबरीश राहुल ने बताया कि राकेश गिरी के खिलाफ एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज है. मदनपुर थाना क्षेत्र में कैश वाहन से कैश लूट की घटना में शामिल था. औरंगाबाद शहर में ज्वेलरी शॉप की लूट में भी शामिल था. बारुण थाने में उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज है. पांच मामले नगर थाना में दर्ज है, जबकि दो मामले मदनपुर में और एक मामला अंबा व माली थाना में दर्ज है. बड़ी बात यह है कि मुगलसराय कोतवाली थाना में इसके खिलाफ अकेले वर्ष 2018 में चार मामले और चंदौली में एक मामला दर्ज है.चुनावी रंजिश में मारपीट के बाद संजय की हत्या की बनायी थी योजना
व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय सिंह की हत्या के पीछे चुनावी रंजिश था. राकेश गिरि ने ही अपने एक अन्य साथी के साथ सोनौरा पावर ग्रिड के समीप संजय सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी. एसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान राकेश गिरि ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. उसने बताया कि 26 नवंबर को अंकोरहा पंचायत में पैक्स का चुनाव कराया गया था. 25 नवंबर को ही वह घर आया था. चुनाव के दौरान दो पक्षों में मारपीट हुई. उसके ही घर के ही सोनू गिरि, अंकित गिरि और पिंटू गिरि का हाथ टूट गया. इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गयी. परिवार के साथ हुई मारपीट के बाद उसने संजय सिंह की हत्या की योजना बना ली. 27 नवंबर से ही वह अपनी टीम के साथ घटना का अंजाम देने की फिराक में लग गया. 30 नवंबर की देर शाम औरंगाबाद से अंकोरहा लौटने के दौरान सोनौरा पुल के समीप राकेश गिरि व उसके साथियों ने संजय सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी. एसपी ने बताया कि संजय सिंह की हत्या मामले में माली थाना में कांड संख्या 222/24 दर्ज की गयी थी. इस घटना में शामिल चार अपराधियों के पूर्व में ही गिरफ्तार कर लिया गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है