ग्रीन हंट के विरोध में बंदी का रहा असर
औरंगाबाद (ग्रामीण) : ऑपरेशन ग्रीन हंट के विरोध में सोमवार को मगध बंध का असर औरंगाबाद जिले में व्यापक असर दिखा. मदनपुर, टंडवा, सलैया, नवीनगर, रामनगर, अंबा, कुटुंबा, बैरिया, बालुगंज, देव, माली, बरियावा, जुड़ाही, विशुनपुर चटटी सहित अधिकांश बाजार बंद रहे.
व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के बंद रहने का असर आम आदमी पर भी पड़ा है. अंबा, कुटुंबा, माली, बैरिया में स्थित सरकारी बैंक में ताला लटके रहे. इधर, माओवादी बंदी का असर यातायात पर पूरी तरह पड़ा. प्रखंडों के बाजारों से चलने वाले बड़े वाहन बंद रहे. औरंगाबाद जिला मुख्यालय स्थित रामाबांध बस स्टैंड में सन्नाटा पसरा रहा.
औरंगाबाद से रांची, डाल्टेनगंज, हजारीबाग, दुर्गापुर, वाराणसी व अन्य जगहों पर जाने वाली यात्री बसों का परिचालन नहीं हो सका. बस स्टैंड में दर्जनों यात्री वाहनों के इंतजार में भटकते रहे.
हालांकि, नक्सली बंदी की सूचना पहले ही मिलने के बाद अधिकतर यात्री या तो अपने गंतव्य स्थान पर पहले ही चले गया या बंदी को देखते हुए रद्द कर दिया. देव व कुटुंबा बाजार की स्थिति बेहद खराब रही. नवीनगर व टंडवा बाजार में नक्सली बंदी की दहशत लोगों के चेहरे पर झलक रहा था.
गौरतलब है कि तीन दिसंबर की शाम नवीनगर थाना क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा बिछाये गये लैंड माइंस विस्फोट में थानाध्यक्ष सहित आठ पुलिस जवानों की मौत हो गयी थी. इस घटना के बाद पुलिस द्वारा चलायी गयी छापेमारी अभियान में कई नक्सलियों को दबोचा गया.
इससे खार खाये नक्सलियों ने पुलिस पर निर्देष लोगों को फंसाने का आरोप लगाते हुए 16 दिसंबर को मगध बंद का एलान किया.