खरीद नहीं होने से खलिहान में पड़ा है लाखों का धान उत्पादन लागत के उचित मूल्य नहीं मिल किसान चिह्नितफोटो नंबर-26,परिचय- खलिहान में पड़ी धान की ढ़ेरकुटुंबा (औरंगाबाद). प्रखंड क्षेत्र के किसानों के खलिहान में धान तैयार है पर कोई खरीददार नहीं मिल पा रहा है. ऐसी स्थिति में किसान को समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करें? सरकारी स्तर पर न तो प्रखंड में क्रय केंद्र खुले है और न ही पैक्स स्तर से खरीद की जा रही है. खुले बाजार में बिचौलियों साढ़े 10 सौ रुपये मंसूरी धान खरीद रहे हैं. बच्चों की पढ़ाई से लेकर शादी-विवाह व दैनिक खर्च की आवश्यक वस्तु खरीदने के लिए पैसे की जरूरत है. उनका सारा बजट धान व गेहूं की ऊपज पर निर्भर करता है. उत्पादन लागत के उचित मूल्य नहीं मिल पाने से किसानों के मन में संजोए सारे सपने पर पानी फिर रहा है. धान खरीद के लिए सरकारी स्तर पर जो नियम व मूल्य निर्धारित किया गया है वह किसानों के हित में नहीं है. वास्तविकता यह है कि नकद पैसा देकर धान के खरीददार बिचौलिये भी नहीं मिल पा रहे हैं. किसान नरेश पांडेय, शनी शर्मा, सुदर्शन पांडेय, अभय पांडेय, शंभु सिंह आदि ने बताया कि सरकार किसानों को धान खरीदने की ढ़ोग कर बेवकुफ बना रही है,जो व्यवस्था सरकार द्वारा है उससे पैक्स व मिलर मालोमाल होंगे और किसान कंगाल होंगे.क्या है सिस्टम : धान बेचने के लिए किसानों को डेटाबेस ऑनलाइन कराना जरूरी है, जो किसान डेटाबेस ऑन लाइन नहीं करायेंगे, उन्हें धान बेचने में काफी परेशानी हो सकती है. इसके लिए जमीन का अद्यतन रसीद, बैंक एकाउंट, सरकारी मान्यता प्राप्त पहचान पत्र आदि आवश्यक कागजात देकर डेटाबेस तैयार कराना है. इसके बाद संबंधित पैक्स से धान खरीद की जानी है. गतवर्ष प्रति क्विंटल तीन सौ रुपये बोनस का प्रावधान था वह समाप्त कर दिया गया है. ऐसी स्थिति में धान की बिक्री कर पाना बड़ा ही मुश्किल है.साधारण धान 1410 रुपये क्विंटल : डीसीओ इंदिवर पाठक ने बताया कि जिले में एक लाख 51 हजार एमटी धान खरीद की जानी है इसमें एक लाख 35 हजार नौ सौ मीटरिक टन पैक्स व व्यापार मंडल द्वारा धान की खरीद किसानों से की जानी है. उन्होंने बताया कि साधारण धान 1410 रुपये और ग्रेड वन 1450 रुपये प्रति क्विंटल के दर से खरीद की जानी है. पैक्स व व्यापार मंडल किसानों से धान खरीदकर एसएफसी के रजिस्टर्ड राइस मिल में मिलिंग करा कर विभाग को चावल देंगे. डीसीओ ने बताया कि एक एकड़ जमीन वाले किसान को अधिकतम 20 क्विंटल व अन्य किसानों से भी अधिकतम 100 क्विंटल तक ही धान लिया जाना है.धान बेचने में नहीं होगी परेशानी : एसएफसी डीएम कामेश्वर सिंह ने बताया कि जिले में दाउदनगर व औरंगाबादा में एक-एक क्रय केंद्र खोला गया है. इस क्रय केंद्र पर वैसे किसानों से धान खरीद की जानी है जिससे किसी कारण वश पैक्स या व्यापार मंडल द्वारा खरीदारी नहीं की जा रही है. किसानों द्वारा लिखित सूचना मिलने पर पहले संबंधित पैक्स से कारण पूछा जायेगा इसके बाद किसानों से धान खरीद की जायेगी. उन्होंने बताया कि जिले के विभिन्न पैक्सों द्वारा 2771 क्विंटल धान खरीद की गयी है उन्हें रजिस्टर्ड मिल में चावल तैयार करा कर सीएमआर गोदाम पर चावल देने के लिए निर्देश दिया गया है. किसानों को धान बेचने में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी इसके लिए मॉनीटरिंग की जायेगी.
BREAKING NEWS
Advertisement
खरीद नहीं होने से खलिहान में पड़ा है लाखों का धान
खरीद नहीं होने से खलिहान में पड़ा है लाखों का धान उत्पादन लागत के उचित मूल्य नहीं मिल किसान चिह्नितफोटो नंबर-26,परिचय- खलिहान में पड़ी धान की ढ़ेरकुटुंबा (औरंगाबाद). प्रखंड क्षेत्र के किसानों के खलिहान में धान तैयार है पर कोई खरीददार नहीं मिल पा रहा है. ऐसी स्थिति में किसान को समझ में नहीं आ […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement