औरंगाबाद : बिहार के औरंगाबादमें पुलिस ने हाल के दिनों में हुई वाहन लूट मामले का उद्भेदन करते हुए चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इन अपराधियों के पास से लूट के एक लाख रुपये, एक देसी कट्टा, चार भैंस का बच्चा, मोबाइल फोन, लूटी गयी पिकअप, हॉकी स्टीक सहित अन्य सामान बरामद हुआ है.
मंगलवार को प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक दीपक वर्णवाल ने कहा कि सात अगस्त की रात रिसियप थाना क्षेत्र के दोमुहान के समीप से जानवर लदी एक पिकअप वैन को अपराधियों ने लूट लिया था. उसके पहले अपराधियों ने ओबरा थाना क्षेत्र के डीहरा लख गांव के समीप एक पशु व्यवसायी को गोली मार कर एक लाख 58 हजार रुपये लूट लिया था. लगातार हो रही लूट की घटना को देखते हुए पुलिस ने कांड का उद्भेदन करने के लिए सदर एसडीपीओ अनूप कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया और वैज्ञानिक पद्धति से कांड का अनुसंधान शुरू किया गया. इसी क्रम में रोहतास जिले के काराकाट थाना अंतर्गत सिकरिया गांव निवासी भोला सिंह को गिरफ्तार किया गया.
पूछताछ के क्रम में उसने अपनी संलिप्तता दोनों लूट की घटना में स्वीकार की और कांड में शामिल अपराधियों के नाम का खुलासा किया. इसके बाद रोहतास जिले के नासरीगंज थाना अंतर्गत बसडीहा गांव निवासी शेषनाथ सिंह उर्फ लालू सिंह, औरंगाबाद के फेसर थाना के चतरा गांव निवासी उमेश कुमार व बारुण थाना के हबसपुर गांव निवासी मोती कुमार को गिरफ्तार किया गया. इन लोगों की निशानदेही पर लूट में प्रयोग किये गये समानों की बरामदगी की गयी.
एसपी ने बताया कि हबसपुर गांव निवासी मोति कुमार जो अपराधी है, वह पशु का कारोबार करता है. इसी के द्वारा पशु लूटने के लिए गैंग बनाया गया था. अपराधियों का काम सिर्फ पशुओं को लूटना था. घटना में शामिल अन्य तीन अपराधी सुधीर पासी, मुकेश सिंह, सोनू कुमार फिलहाल फरार हैं. पुलिस इनलोगों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. इस कांड के उद्भेदन में शामिल एसडीपीओ अनूप कुमार, मुफस्सिल सर्किल इंस्पेक्टर रविभूषण, रिसियप थानाध्यक्ष गुफरान अली, ओबरा थानाध्यक्ष संजय कुमार, सिमरा थानाध्यक्ष रामइकबाल यादव, सिपाही सतीश कुमार, दिग्विजय कुमार को पुरस्कृत किया जायेगा.