अरवल : राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवा को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए बार-बार दोहराती है. वहीं सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड एक्सरे मशीन को एकरारनामा पूरा होने के बाद अनुमति नहीं मिलने से यहां गरीब तबके के लोगों में सरकार के प्रति असंतोष व्याप्त है. मालूम हो कि राज्य सरकार ने सदर अस्पताल में राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्णय पर मेसर्स आईसीई मेडिकल सिस्टम सिलवासा को अल्ट्रासाउंड एवं एक्स-रे चलाने के लिए एकरारनामा किया था.
उक्त एजेंसी को इकरारनामा 24 अप्रैल, 2018 को समाप्त हो गया. सदर उपाधीक्षक विजय कुमार सिन्हा ने उक्त एजेंसी को पत्र भेजकर निर्देश दिया कि एकरारनामा के बाद यदि एक्स-रे मशीन एवं अल्ट्रासाउंड चलाते हैं तो भुगतान नहीं किया जायेगा. सदर उपाधीक्षक द्वारा निर्गत पत्र के बाद समाजसेवियों ने राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्णय पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि इस जिले में गरीब तबके के लोग प्रतिदिन 100 से 150 लोगों को मुफ्त एक्स-रे होता है,
जिससे लोगों को राहत होती थी. इधर सदर उपाधीक्षक विजय कुमार से संपर्क करने पर बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति ने निर्देश दिया है कि मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी एक्स-रे एवं अल्ट्रासाउंड नियमित चालू रखने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करें.